हैदराबाद। आॅल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने श्री राम जन्म भूमि एवं बाबरी मस्जिद के विवादित मसले पर कहा है कि, मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है तो फिर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत मंदिर का निर्माण होना चाहिए, यह किस अधिकार से कह रहे हैं। दरअसल वे आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान की आलोचना कर रहे थे, जिसमें उन्होंने राम मंदिर के निर्माण की बात कही थी।
ओवैसी ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस केवल भय का वातावरण निर्मित करने में लगे हैं। इस तरह के बयान देकर वे नफरत फैला रहे हैं, और आग से खेलने जैसा कार्य कर रहे हैं। ओवैसी ने भाजपा की आलोचना भी की। उनका कहना था कि, भाजपा केवल गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए, लाभ लेने में लगी है। गौरतलब है कि, इस मामले में सुनवाई 5 दिसंबर को होना है, लेकिन इसके पहले भाजपा और आरएसएस के नेताओं पर विपक्षी आरोप लगा रहे हैं कि, वे सांप्रदायिक तौर पर डर पैदा करना चाहते हैं।
इस मसले पर सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी कहा था कि, मंदिर निर्माण का कार्य जल्द होगा। लोग आने वाली दिवाली अयोध्या के राम मंदिर में ही मनाऐंगे। मंदिर निर्माण कार्य में लगने वाले पत्थर व अन्य सामग्री तैयार है बस उन्हें जोड़ा जाना शेष है। सांसद ओवैसी ने संघ व भाजपा के नेताओं की निंदा करते हुए कहा कि, ये लोग विधानसभा चुनाव में लाभ लेने के लिए इस तरह के बयान देने में लगे हैं।
उल्लेखनीय है कि, राम मंदिर मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया था। कर्नाटक के उडुपी में चल रही धर्म संसद के दौरान मोहन भागवत ने कहा कि, राम जन्मभूमि पर सिर्फ राम मंदिर ही बनेगा। धर्म संसद में आरएसएस प्रमुख ने कहाए श्राम जन्मभूमि पर राम मंदिर ही बनेगा और कुछ नहीं बनेगा। उन्हीं पत्थरों से बनेगाए उन्हीं की अगवानी में बनेगाए जो इसका झंडा उठाकर पिछले 20 -25 वर्षों से चल रहे हैं।
शिया वक्फ बोर्ड ने कहा,मस्जिद को लखनऊ में बनाया जाए
चुनावी लाभ के लिए आग से खेल रहा है आरएसएस