नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व CJI रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किया है। हालांकि AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला सहित कई नेताओं को राष्ट्रपति का ये फैसला रास नहीं आया है। ओवैसी ने इस फैसले को रंजन गोगोई के लिए मुआवजा करार दिया है। ओवैसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, ''क्या यह इनाम है''? लोग न्यायाधीशों की स्वतंत्रता पर कैसे यकीन करेंगे? कई सवाल''।
इसके साथ ओवैसी ने गृह मंत्रालय कि अक़्दिसूचना भी साझा की है, जिसमें राष्ट्रपति ने पूर्व CJI गोगोई को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है। कांग्रेस नेता और प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्विटर हैंडल से सिलसिलेवार ट्वीट और रीट्वीट कर इसका विरोध जताया। उन्होंने लिखा कि, ''तस्वीरें सब बयां करती हैं।'' आपको बता दें कि रंजन गोगोई ने अयोध्या मामले पर ऐतिहासिक फैसला दिया था। गोगोई 17 नवंबर को शीर्ष अदालत से रिटायर हो गए थे।
मुख्य न्यायाधीश के रूप में गोगोई का कार्यकाल लगभग साढ़े 13 महीने का रहा। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए। इनमें राम मंदिर मामला, चीफ जस्टिस का ऑफिस पब्लिक अथॉरिटी मामला, सबरीमाला मामला, सरकारी विज्ञापन में नेताओं की फोटो पर पाबंदी मामला और अंग्रेजी-हिंदी सहित 7 भाषाओं के मामले में फैसला अहम है।
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