श्रीनगर: जम्मू में उच्च सुरक्षा वाले एयरपोर्ट के वायुसेना के अधिकारक्षेत्र वाले हिस्से में रविवार तड़के लगातार दो धमाके हुए. इस हमले के बाद से एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस हमले की तुलना पुलवामा में हुए आतंकी हमले से की है, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुस कर एयर स्ट्राइक कर उनके आतंकवादी ठिकाने तबाह किए थे.
Such long distance drone can only be Chinese or American so will Modiji ask his “friends” US & China if they’re part of this
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 27, 2021
We spend 3 lakh cr on national defence every year. Why were there no air defences OVER AN AIR BASE? Where’s the money going? @PMOIndia @rajnathsingh? 2/n
ओवैसी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'जम्मू ड्रोन स्ट्राइक हमारी सुरक्षा प्रतिष्ठान पर एक अन्य हमला है. इसे भी क्रॉस बॉर्डर एक्ट ऑफ वॉर की तर्ज पर देखा जाना चाहिए. मैं प्रार्थना करता हूं कि इस हमले में जख्मी दो कर्मी जल्द स्वस्थ हो जाएं. हमें इस हमले को भी पुलवामा हमले की तरह ही लेना चाहिए और उसी भाषा में जवाब देना चाहिए.' उन्होंने आगे PMO को टैग करते हुए लिखा कि क्या PMO एक बार फिर से अपनी विशेष कमजोरी दिखाते हुए उनकी शर्त के सामने अपने हथियार डाल देगा? क्या वह फिर से समन्वय की कमी दिखाते हुए दूसरे देश को वार्ता में शामिल करेगा? क्या वह UAE की मध्यस्थता में पाकिस्तान से वार्ता जारी रखेगा?
ओवैसी ने कहा कि इतने करीब से हमला किया गया था. ऐसा ड्रोन या तो चीन निर्मित हो सकता है या अमेरिका निर्मित. तो क्या पीएम मोदी अपने दोस्त अमेरिका और चीन से सवाल करेंगे कि क्या वे भी इस हमले का हिस्सा हैं? हम लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर हर साल तीन लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि एयरपोर्ट के ऊपर निगरानी के लिए हवाई सुरक्षा क्यों नहीं थी? इतना सारा फंड कहां जा रहा है?
कांग्रेस में रहेंगे अश्विनी सेखरी, उनके पार्टी छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता: सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह
अर्जेंटीना ने महामारी के खिलाफ राष्ट्रीय एकता का किया आह्वान
पुडुचेरी में हुआ कैबिनेट का विस्तार, उपराज्यपाल ने दिलाई इन 5 विधायकों को मंत्रिपद की शपथ