Advertising Standards Council of India (ASCI) ने अगस्त के महीने में 114 ऐसे विज्ञापनों की शिकायतों को सही माना था जो टीवी, रेडियो या इंटरनेट पर गलत तरीके से अपने प्रोडक्ट्स को प्रकाशित करते हैं. इन शिकायतों के मामले हिंदुस्तान यूनिलिवर, भारती एयरटेल, अमेजन और डाबर इंडिया जैसी कंपनियों के खिलाफ दर्ज हैं.
एएससीआई के उपभोक्ता शिकायत परिषद (सीसीसी) को अगस्त में कुल 193 शिकायतें प्राप्त हुई थी. आगे अपने बयान में उसने बताया कि सही पाये गये मामलों में स्वास्थ्य क्षेत्र के 51 मामले, शिक्षा के 31 मामले, खाद्य एवं पेय में 17 मामले, सौंदर्य प्रसाधन के पांच मामले तथा विविध क्षेत्रों के 10 मामले हैं. सीसीसी ने हिंदुस्तान यूनिलिवर को डव शैंपू के लिए खिंचाई करते हुए कहा कि उन्होंने इसके विज्ञापन में अपने उत्पादन से बाल झड़ना कम दिखाकर भ्रम फैलाया है.
100 प्रतिशत दाग मिटाने का दावा करने वाली फेयर एंड लवली कंपनी के विज्ञापन को भी गलत माना गया. परिषद ने भारती एयरटेल के 244 रुपये के प्लान के विज्ञापन को भी भ्रामक पाया और आगे अमेजन को पैराशुट हेयर ऑयल के विज्ञापन के लिए गलत पाया गया. कंपनी ने दावा किया था कि वह 149 रुपये न्यूनतम खुदरा मूल्य वाला यह तेल 142 रुपये में ऑफर के तहत बेच रही है. हालांकि इस उत्पाद की एमआरपी 135 रुपये है साथ ही साथ डाबर के ऑडोमास के विज्ञापन को भी परिषद ने गलत पाया. आगे देखना यही है की परिषद् इस पर क्या निर्णय लेता है.
टेक्नोलॉजी में पढिये नए गैजेट्स, इंस्ट्रूमेंट्स, मोबाइल अप्प्स से जुडी मज़ेदार बातें और किस तरह आप भी बन सकते है स्मार्ट मोबाइल यूजर.
एयरटेल ने कार्बन के साथ मिलकर लांच किया ये बजट मोबाइल