हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का काफी महत्व होता है और इसी के साथ हर माह का भी विशेष महत्व बताया गया है। जी दरअसल हिंदू कैलेंडर के मुताबिक साल का 4 महीना शुरू हो चुका है और इसे आषाढ़ माह ( Ashadh Month 2022 ) के रूप में जाना जाता है। आप सभी जानते ही होंगे धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखने वाले इस माह की शुरुआत बीती 15 जून को हुई थी और पंचांग के अनुसार ये 13 जुलाई तक जारी रहेगा। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस माह में क्या नहीं करना चाहिए। कहा जाता है आषाढ़ माह में मांगी गई कामना पूरी हो सकती है अगर सच्चे दिल से पूजन किया जाए। जी दरअसल इस दौरान भगवान विष्णु की उपासना करने से भी कई लाभ मिलते हैं। अब हम जानते हैं क्या करना चाहिए और क्या नहीं?
आषाढ़ माह में न करें ये काम- कहा जाता है कि इस महीने के शुरू होने पर देव सो जाते हैं। जी हाँ और लेकिन फिर भी आप उनकी उपासना में कोई कमी न छोड़ें, हालाँकि इस दौरान शादी जैसे शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। इन शुभ कार्यों के लिए सही समय की प्रतिक्षा करनी चाहिए।
* कहा जाता है इस माह में से वर्षा ऋतु का आगमन होता है और इस दौरान किसी भी तरह से जल का अपमान नहीं करना चाहिए। जी दरअसल जल की बर्बादी को शास्त्रों में अच्छा नहीं माना जाता।
* कई लोग इस दौरान खाने-पीने की चीजों को व्यर्थ होने से बचाने के लिए उनका कभी भी सेवन करते हैं। हालाँकि ऐसा कहा जाता है कि बासी भोजन को खाने से अशुभता आती है और ये पेट के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं होता।
क्या करें- आषाढ़ के महीने में भगवान विष्णु की पूजा करें। इसके अलावा इस महीने में दान पुण्य करें। आषाढ़ के महीने में गर्मी और उमस भी बहुत होती है, ऐसे में खड़ाऊं, छाता, पानी से भरा घड़ा, खरबूजा, तरबूज, नमक और आंवले का दान बहुत अच्छा माना जाता है। इस महीने में यज्ञ कराना बहुत शुभ होता है।
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