भारतपे (BharatPe) के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने कंपनी और उसके बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। आप सभी को बता दें कि अशनीर ग्रोवर के इस्तीफे से करीब दो महीने से जारी हाई ड्रामा बंद हो गया, जो एक ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद शुरू हुआ था। बताया जा रहा है इसमें उसने कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के एक कर्मचारी के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था। वहीं भारतपे के मैनेजिंग डायरेक्टर ग्रोवर ने फिनटेक के बोर्ड को भेजे गए एक ईमेल में कहा कि, 'साल की शुरुआत से ही उन्हें ‘निंदा’ किया गया और उनसे अपमानजनक तरीके से व्यवहार किया गया।'
इसी के साथ अशनीर ने पत्र में लिखा, 'मैं इसे भारी मन से लिख रहा हूं क्योंकि आज मुझे एक कंपनी को अलविदा कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जिसका मैं संस्थापक हूं। मैं सिर ऊंचा करके कहता हूं कि आज यह कंपनी फिनटेक की दुनिया में एक अग्रणी के रूप में खड़ी है। 2022 की शुरुआत के बाद से मुझे और मेरे परिवार पर कुछ लोगों द्वारा निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे न केवल मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है, बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई है।' इसके अलावा ग्रोवर ने यह भी कहा कि, 'भारतीय उद्यमिता के चेहरे के रूप में पहचाने जाने से अब वह अपने निवेशकों और प्रबंधन के खिलाफ एक लंबी, अकेली लड़ाई लड़ने में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से इस लड़ाई में प्रबंधन ने वह खो दिया है जो वास्तव में दांव पर लगा है- भारतपे।'
आप सभी को बता दें कि इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी एक खबर को माने तो, ग्रोवर का इस्तीफा सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) द्वारा कंपनी के भीतर चल रही ‘गवर्नेंश रिव्यू’ के खिलाफ पिछले हफ्ते ग्रोवर की आपातकालीन याचिका को खारिज करने के बाद आया है, जिससे उन्हें इस मामले में कोई राहत नहीं मिली।
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