जयपुर: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार (29 सितंबर) को कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अध्यक्ष पद की दौड़ से खुद को बाहर करने का फैसला कर लिया था। सोनिया से मिलने के बाद उन्होंने माफी भी मांगी और अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। गहलोत, जब सोनिया गांधी से मुलाकात करने के लिए उनके घर पर पहुंचे, तो कहा जा रहा है कि वो अपनी पूरी तैयारी के साथ गए थे। उन्होंने बकायदा एक नोट भी तैयार किया था, जिसे उन्हें सोनिया के साथ प्रेजेंट किया और बाद में मीडिया के समक्ष माफी भी मांगी।
On his way to meet Sonia Gandhi yesterday, Ashok Gehlot was seen jotting down points against Sachin Pilot to present to her.
— Malayala Manorama (@ManoramaDaily) September 30, 2022
'SP (Sachin) will leave party,' is one of the many points.#Exclusive picture by J Suresh , #Manorama #Congress #Rajasthan #AshokGehlot #SachinPilot pic.twitter.com/YfBa8U03lz
मलयाला मनोरमा के फोटोग्राफर जे सुरेश ने एक तस्वीर ली थी, जिसमें गहलोत के हाथों में कुछ कागजात नज़र आ रही है, जो बताया जा रहा है कि उन्होंने सोनिया गांधी के साथ मीटिंग में खड़े किए थे। तस्वीर से बताया जा रहा है कि गहलोत के हाथों में चिट-शीट छोटे प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट के खिलाफ एक प्रकार का आरोपपत्र है। बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत केवल इसलिए दिल्ली आए थे, ताकि वो सचिन पायलट को कुर्सी तक पहुंचने से रोक सके। गहलोत के लिए आरंभ से ही खबर चल रही थी कि वो अपनी कुर्सी पायलट को नहीं देना चाहते। सोनिया गांधी से मीटिंग में सीएम गहलोत ने पायलट के खिलाफ कई गंभीर इल्जाम लगाए हैं।
गहलोत के कागजात के अनुसार, 'एसपी प्लस 18 के मुकाबले 102 विधायकों का समर्थन” जिससे माना जा रहा है कि सचिन पायलट, कांग्रेस छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। गहलोत ने संभवत: इल्जाम लगाया है कि पायलट ने भाजपा के साथ मिलकर राज्य कांग्रेस सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा था। बताया जा रहा है कि इसके लिए विधायकों को 10-50 करोड़ रुपए का ऑफर किया था। तस्वीर के अनुसार, गहलोत ने सोनिया को कहा कि 'जो हुआ बहुत दुखद है, मैं भी बहुत आहत हूं।' उन्होंने कहा है कि 'सियासत में हवा बदलते देख साथ छोड़ देते हैं, यहां ऐसा नहीं हुआ।' तस्वीर के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि 'एसपी (सचिन पायलट) पार्टी छोड़ देगा – ऑब्जर्वर पहले सही रिपोर्ट देते तो पार्टी के लिए अच्छा होता' आगे सचिन पायलट को लेकर यह भी कहा गया है कि 'पहले प्रदेश अध्यक्ष जिसने सरकार गिराने की कोशिश की।'
रामबाई के बिगड़े बोल, सबके सामने कलेक्टर से बोली- 'आंखें फूट गई है क्या?'
'आम' से 'खास' हुए भगवंत मान! VIP कल्चर को चाहते थे ख़त्म करना, अब वही घूमेंगे 42 काफिले के साथ
'सचिन को कांग्रेस अध्यक्ष बनाओ या राजस्थान का CM..', गहलोत के सामने पायलट समर्थकों की नारेबाजी