जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक की। ये बैठक लगभग 1।30 घंटे चली। बैठक के बाद उन्होंने घोषणा कर दी कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। यही नहीं उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो कुछ हुआ, उसको लेकर वे बहुत दुखी हैं, वे काफी आहत भी हुए हैं और इसके लिए उन्होंने सोनिया गांधी से माफी भी मांग ली है।
रिपोर्ट के अनुसार, अशोक गहलोत के बाद सचिन पायलट भी सोनिया गांधी के साथ बैठक करेंगे। वे बीते 2 दिन से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन फॉर्म हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि वे कल यानी आखिरी दिन नामांकन दाखिल करेंगे। गहलोत के पीछे हटने से ये माना जा रहा है कि, अब दिग्गी राजा का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि, गहलोत की तरह दिग्विजय भी गांधी परिवार के बेहद वफादार माने जाते हैं, ऐसे में अब वे कांग्रेस अध्यक्ष बन सकते हैं।
बता दें कि रविवार को अशोक गहलोत समर्थक 82 विधायकों ने गवर्नर को इस्तीफा सौंप दिया था और कहा था कि अगर सचिन पायलट सीएम बनते हैं तो हमें यह स्वीकार नहीं होगा। गौरतलब है कि गांधी परिवार की रणनीति यह थी कि अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएं और राजस्थान में किसे मुख्यमंत्री बनाना है, इसका फैसला सोनिया गांधी के ऊपर छोड़ दें। लेकिन, कांग्रेसी नेताओं में कुर्सी को लेकर हो रही खींचतान ने गांधी परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
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