नई दिल्ली: टीम इंडिया ने आज से ठीक 10 वर्ष पूर्व अपनी अंतिम ICC ट्रॉफी जीती थी। 23 जून 2013 को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम ने इंग्लैंड को मात देकर ICC चैम्पियंस ट्रॉफी पर कब्जा किया था। इसके बाद से टीम इंडिया ICC ट्रॉफी के करीब तक तो पहुंच जाती है, मगर जीत नहीं पाती है। भारत लगातार दो दफा ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचा, मगर दोनों बार खिताबी मुकाबला गँवा बैठा।
दरअसल, हाल में टीम इंडिया को WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रनों से शर्मनाक शिकस्त का सामना करना पड़ा था। इस मुकाबले में आर अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया था, जिसको लेकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ की काफी आलोचना भी हुई थी। अब फिरकी गेंदबाज़ आश्विन ने इस पूरे मुद्दे में रोहित, द्रविड़ का नाम लिए बिना टीम मैनेजमेंट पर हमला बोला है। अश्विन ने इसके लिए मिसाल देते हुए कहा दिया कि कैसे महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम का माहौल सकारात्मक रहा करता था।
अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए गए वीडियो में स्पिनर ने कहा कि, 'यह बात सही है कि टीम इंडिया ने 10 वर्ष में एक भी ICC ट्रॉफी नहीं जीती है। मैं फैन्स की बातें समझ सकता हूं, मगर सोशल मीडिया पर इस प्रकार की बातें इसको ड्रॉप करो, इसको प्लेइंग XI में शामिल करो... किन्तु एक खिलाड़ी की क्वॉलिटी रातों-रात बदल नहीं जाती है, हम सब धोनी की कप्तानी के बारे में बात करते हैं। उन्होंने क्या किया था? उन्होंने चीजों को काफी सिंपल रखा था।'
अश्विन ने कहा कि, 'उनकी कप्तानी में, जिसमें मैं भी खेला, वह 15 सदस्यीय स्क्वॉड चुनते थे, और उसी 15 क्रिकेटरों में से पूरे साल प्लेइंग XI में खिलाड़ी शामिल हुआ करते थे। किसी भी खिलाड़ी के लिए सुरक्षा बेहद अहम होती है।' अश्विन ने इस दौरान विराट और रोहित की कप्तानी का उल्लेख भले नहीं किया, मगर उनकी इन बातों से समझ आता है कि मौजूदा वक़्त में खिलाड़ियों के बीच वह सिक्योरिटी वाली भावना नहीं रह गई है।
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