नई दिल्ली: आगरा स्थित ताजमहल को लेकर जारी विवाद के बीच एक इतिहासकार ने नमाज को लेकर RTI दाखिल की थी, जिसका जवाब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) की तरफ से दिया गया है। इस जवाब के बाद एक बार फिर ताजमहल में नमाज पर हंगामा बढ़ सकता है। इस RTI को इतिहासकार राजकिशोर राजे ने दाखिल किया था। नमाज को लेकर पूछे गए सवाल पर ASI ने कोई जानकारी उपलब्ध न होने की बात कही है।
इतिहासकार राजकिशोर राजे का कहना है कि शाहजहां कालीन किसी भी ग्रंथ में नमाज का उल्लेख नहीं है। शाहजहां के वक़्त में ताजमहल में आम जनता के प्रवेश की इजाजत नहीं थी, ऐसे में उस वक़्त ताजमहल में नमाज होने का सवाल ही नहीं उठता। इतिहासकार राजकिशोर राजे ने कहा कि किसी भी ऐतिहासिक स्थल पर धार्मिक गतिविधि नहीं होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही ताजमहल में नमाज पढ़ने वाले चार पर्यटकों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। इनमें तीन हैदराबाद और एक आजमगढ़ का निवासी है। इन पर पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज की थी।
बता दें कि ताजमहल का दीदार करने पहुंचे चार पर्यटकों ने शाही मस्जिद में शाम को नमाज पढ़ी थी। इस पर वहां तैनात CISF के जवानों ने चारों पर्यटकों को हिरासत में लिया था। आरोपी पर्यटकों का कहना था कि वो सभी पढ़ाई करते हैं, उन्हें बिल्कुल भी ऐसी जानाकरी नहीं थी कि ताजमहल पर नमाज पढ़ने पर पाबंदी है।
INS विक्रांत के लिए 26 फाइटर जेट्स खरीदेगा भारत, इन दो देशों से चल रही चर्चा
ऊंट का पेशाब पीजिए, कैंसर भी ठीक हो जाएगा.. ! इस्लामी स्कॉलर ज़ाकिर नाइक ने गिनाए मूत्र पीने के फायदे
अमरनाथ यात्रा से पहले बॉर्डर पर दिखा पकिस्तानी ड्रोन, 7 मैग्नेटिक बम बरामद