मंगलवार को हरियाणा के पहलवान सुनील कुमार ने केडी जाधव स्टेडियम में शुरू हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्णिम सफलता के लिए शानदार शुरुआत दिला दी है. लगातार दूसरी बार चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे सुनील ने किर्गिस्तान के आजात सालिदिनोव को एकतरफा 5-0 से हरा दिया हैं. पिछली बार के रजत पदक विजेता ने इस बार पदक का रंग बदलने में सफल रहे हैं. भारत ने 27 वर्ष बाद ग्रीको रोमन में स्वर्ण पदक हासिल कर लिया है. इससे पहले 1993 में पप्पू यादव ने एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड दिलाया था.
वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना पहला सीनियर टूर्नामेंट खेल रहे कर्नाटक के अर्जुन (55 भारवर्ग) ने कांस्य पदक जीतने में सफलता हासिल कर ली है. पहली बार राष्ट्रीय कैंप में शामिल किए जाने के बाद अर्जुन ने ग्रीको रोमन के 55 भारवर्ग में कोरियाई पहलवान डोंग यूक वान को 1-4 से पिछड़ने के बाद कांस्य पदक के मुकाबले में 7-4 से शिकस्त दे दी हैं. वहीं 130 भारवर्ग में भारतीय पहलवान मेहर सिंह कांस्य पदक के मुकाबले में किर्गिस्तान के किमरोमा से हार गए हैं.
फाइनल में सुनील के लिए पहुंचना किसी रोमांच से कम नहीं रहा हैं. सेमीफाइनल में सुनील एक वक्त कजाखस्तान के अजमत कुस्तुबायेव से 1-8 से पिछड़ रहे थे. यही वही अजमत थे जिनके खिलाफ चीन में हुई पिछली एशियाई चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में सुनील ने जीत हासिल कर फाइनल में जगह बना ली थी. मुकाबले में एक मिनट 13 सेकंड बचे हुए थे. सुनील की हार तय मानी जा रही थी लेकिन 21 साल के पहलवान ने लगातार 11 अंक झटककर अजमत को एक बार फिर से मात दे दी. इससे पहले सुनील ने शुरुआती राउंड में जापान के ताकाहिरो को हराया था.
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