नई दिल्ली : असम के करीब 7 जिलों में इस समय धारा 144 लागू है. असम में सालों से पनाह ले रहे लोगों को अब कड़ी लड़ाई लड़नी पड़ रही है. असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर समन्यक प्रतीक हाजेला ने हाल ही में एनआरसी का ड्राफ्ट जारी किया है जिसमे से असम के करीब 40 लाख लोगों के नाम गलत बताए जा रहे हैं. इस ड्राफ्ट को फिलहाल अंतिम नहीं माना जा रहा है, इसके बाद भी इस पर आपत्ति ली जाएंगी जहां अभी घमासान होना बाकी है.
आज असम में लाखों लोगों की नागरिकता का होगा टेस्ट
असम के 3.29 करोड़ आवेदकों में से 2.90 करोड़ वैध नागरिक पाए गए है. जबकि शेष 40 लाख नागरिक अवैध घोषित हुए हैं. यानी कि वे भारतीय नहीं है. 40 लाख लोगो के नाम ड्राफ्ट में सम्मिलित नहीं किया गया है. हाजेला के मुताबिक़, यह फाइनल एनआरसी नहीं, इसलिए जिनका नाम इस ड्राफ्ट में नहीं है, वे घबराए नहीं.
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प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, जारी NRC में ऐसे सभी भारतीय नागरिकों के नाम, पते और फोटो होंगे जो 25 मार्च 1971 से पहले असम में रह रहे हैं. एनआरसी ड्राफ्ट जारी होने के साथ ही हिंसा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए है. असम के 7 जिलों दरांग, दीमा, हसाओ, सोनितपुर, करीमगंज, गोलाघाट और धुबरी में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई है. बता दे कि 15 अगस्त 1985 के असम समझौते पर किए गए हस्ताक्षर के मुताबिक, NRC को अपडेट किया जा रहा है. जिससे इस प्रकार के हालात बन रहे हैं. आवेदक अपने नामों को निर्दिष्ट NRC सेवा केंद्र जाकर 30 जुलाई से 28 सितंबर तक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक देख सकते हैं.
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