महामारी कोरोना वायरस से पहले ही भारत बुरी तरह प्रभावित है. दूसरी और प्रकृति भी अपना विकराल रूप दिखा रही है. देश में प्राकृतिक आपदा का असर देखने को मिल रहा है. बता दे कि असम में आई बाढ़ से 34 लोगों की मौत हो गई है. गुरुवार को मतिया जिले में इस बाढ़ से एक और मौत और हो गई है. वहीं 22 जिलों में 16 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित है.असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इसकी जानकारी दी. प्राधिकरण ने बताया कि मतिया जिले में बाढ़ से हुए एक और मौत के बाद अबतक कुल 34 लोगों की मौत हो गई है. जबकि असम के 22 जिलों में 16,03,255 प्रभावित हुए हैं और 163 राहत शिविरों में 12,597 लोग रह रहे हैं. 22 प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, दर्रांग, नलबाड़ी, बारपेटा आदि के नाम है.
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प्राकृतिक आपदा को लेकर स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार ने उनके इलाके में किसी भी प्रकार की सहायता नही की है. कोई भी उनके इलाके में निरीक्षण करने नहीं पहुंचा है. जो कि चिंता का विषय है. साथ ही, इन लोगों ने कहा कि राज्य सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए और कुछ राहत प्रदान करनी चाहिए. यहां स्थिति बहुत खराब है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि राज्य के कई जिलों जमकर बरसात हुई है. जिसकी वजह से तबाही की स्थिति पैदा हो गई है. पहले ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को डिब्रूगढ़ में अगले 4 दिनों के लिए आमतौर पर बारिश या गरज के साथ कुछ स्थानों पर बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की है. राज्य में भारी वर्षा और जलभराव के कारण डिब्रूगढ़ के कालाखोवा क्षेत्र में स्थित गांवों के बाद सामान्य जीवन बाधित हो गया.इसी तरह की स्थिति का सामना तिनसुकिया जिले के ग्रामीणों ने किया था. इस बीच, गुइजान क्षेत्र में स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.
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