दुनिया भर से आए दिन कई तरह के मामले सामने आते रहते है इस बीच एक और मामला सामने आया है जिसमे गीज़ा के पिरामिड एवं ताजमहल जितना बड़ा एस्टेरॉयड भूमि के पास से गुजर गया। पहले संभावना व्यक्त की गई थी कि इस विशालकाय एस्टेरॉयड से भूमि को बड़ी हानि हो सकती है। हालांकि, अब एस्टेरॉयड के गुजरने के पश्चात् बताया जा रहा है कि इससे ऐसा कोई संकट नहीं है।
दरअसल, स्पेस एजेंसी नासा ने बताया था कि एक विशाल एस्टेरॉयड रविवार को 18,000 मील प्रति घंटे की गति से पृथ्वी के पास से गुजरेगा। इस एस्टेरॉयड का नाम '2008 GO20' रखा गया था। एस्टेरॉयड लंबाई में 318 से 720 फीट के मध्य था, जो इसे ताजमहल तथा गीज़ा के पिरामिड के आकार जितना बनाता है। ये एक अपोलो क्लास एस्टेरॉयड था। विशेषज्ञों के अनुसार, '2008 GO20' एस्टेरॉयड भारतीय वक़्त के अनुसार 25 जुलाई को रात साढ़े 11 बजे के लगभग पृथ्वी के सबसे नजदीक रहा। एस्टेरॉयड के धरती से टकराने की कोई संभावना नहीं है।
लाइव साइंस के मुताबिक, 1901 में यह एस्टेरॉयड हमारे ग्रह (पृथ्वी) से केवल 800,000 मील की दूरी से गुजरा था। इसके पश्चात् 1935 में यह पृथ्वी से 1.15 मिलियन मील की दूरी पर था। तत्पश्चात, 2034 में यह पृथ्वी से 3.1 मिलियन मील की दूरी पर होगा। फिलहाल हमारी धरती को कोई संकट नहीं है। मगर विशेषज्ञों के अनुसार, वक़्त के साथ गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से एस्टेरॉयड की दिशा बदल सकती है तथा ऐसा होने पर उसके भूमि से टकराने की संभावना बढ़ जाती है।
अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के कारण जारी रहने वाला है प्रतिबंधों का सिलसिला
फेसबुक ने अगले कनेक्शन संक्रमण पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक नई ' मेटावर्स ' परियोजना टीमको किया सेट
एस्ट्राजेनेका ने खुद वैश्विक चिकित्सा सलाह की ओर किया इशारा, जानिए?