नई दिल्ली. देश के लोकप्रिय नेता और भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान पर रातभर से ही लोगों का तांता लगा हुआ हैं. नई दिल्ली के लुटियंस जोन में कृष्णा मेनन मार्ग पर स्थित अटल बिहारी के बंगले में उनके पार्थिव शरीर को रखा गया है और इसके बाद उन्हें बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा. पूरे दिल्ली सहित अटल जी के बंगले के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं. पुलिस बल के साथ ही सेना के जवानों को भी तैनात किया गया है.
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सूत्रों की माने तो वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए सुबह साढ़े सात बजे उनके आवास के दरवाजे खोले गए. पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह सहित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल,भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, सेनाप्रमुख बिपिन रावत, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, गीतकार जावेद अख्तर और उनकी पत्नी शबाना आजमी, केरल के राज्यपाल पी. सदाशिवम और तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू सहित और भी कई लोग अटल बिहारी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे.
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आपको बता दें बीजेपी मुख्यालय से अटल जी की अंतिम यात्रा ‘राष्ट्रीय स्मृति’ स्थल के लिए निकलेगी. अटल जी को राजकीय सम्मान के साथ 21 बंदूकों की सलामी दी जाएगी. शाम 4 बजे यमुना राजघाट के करीब राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर अटल जी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. आपको बता दें स्मृति स्थल जवाहर लाल नेहरू के स्मारक ‘शांति वन’ और लाल बहादुर शास्त्री के ‘विजय घाट’ के बीच में है.
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