नई दिल्ली: पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महाकवि गोपालदास 'नीरज' अच्छे दोस्त थे. दोनों ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से पढाई की थी. कॉलेज के दिनों में अटल और गोपाल दास का मिलना-जुलना होता ही रहता था और उस दौरान दोनों एक-दूसरे के अच्छे परिचित भी बन गए थे. गोपाल दास महाकवि होने के साथ-साथ अच्छे ज्योतिष भी माने जाते थे. गोपाल दास ने एक बार कहा था कि उनकी और वाजपेयी की कुंडली काफी हद तक एक-दूसरे से मिलती है.
साल 2009 में तो गोपाल दास ने भविष्यवाणी करते हुए हैरान कर देने वाला खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि उनके और वाजपेयी जी के निधन में एक महीने से ज्यादा का अंतर नहीं होगा और वास्तव में ऐसे ही हुआ. गोपाल दास ने 19 जुलाई को इस दुनिया को अलविदा कहा था और अटल बिहारी का निधन उनसे 29 दिन बाद यानि 16 अगस्त को हुआ. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि दोनों को ही अपने अंतिम समय में गंभीर रोगों से जूझना पड़ेगा और ये सच भी साबित हुआ.
गोपाल दास 'नीरज' ने साहित्य और कला के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. गोपाल दास के गीत दुनियाभर में मशहूर है और उन्होंने अपनी इस कला के जरिए बड़ा नाम कमाया है. वही अटल बिहारी वाजपेयी ने भी राजनीति के क्षेत्र में सफलता हासिल की है.
अंतिम सफर पर निकले अटल बिहारी वाजपेयी
वाजपेयी के अंतिम दर्शन के लिए राहुल-सोनिया सहित कई नेता हुए शामिल