विश्वभर में लोगों के पासवर्ड को सिक्योर और मैनेज करने वाला प्लेटफॉर्म LastPass खुद सिक्योर अब तक नहीं है। कंपनी ने कहा है कि एक हैकर ने हाल ही में उनके सिस्टम में घुसपैठ करने के उपरांत सोर्स कोड और कई अन्य गोपनीय जानकारियां भी चुरा ली है। खबरों का कहना है कि 33 मिलियन से ज्यादा लोग LastPass को यूज कर पाएंगे। एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक, कंपनी को नहीं लगता कि किसी भी यूजर के पासवर्ड तक हैकर्स पहुंच चुका है, ऐसे में यूजर्स को अपने अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए किसी भी तरह के एक्शन की आवश्यकता नहीं है।
एक स्पेशल सॉफ्टवेयर सेक्शन को बनाया निशाना: एक जांच में पता चला कि एक बाहरी शख्स ने कंपनी के डेवलपर एनवायरनमेंट का एक्सेस हासिल कर लिया, इसका उपयोग लास्टपास के प्रोडक्ट बनाने और प्रोडक्ट को बनाए रखने के लिए सिर्फ कंपनी स्टाफ द्वारा किया जा रहा है। यह एक सॉफ्टवेयर है। खबरों का कहना है कि जिस सेक्शन पर हैकर्स ने अटैक किया, उस सेक्शन में नेटफ्लिक्स, जीमेल सहित अन्य कंपनियों के यूजर्स के अकाउंट के पासवर्ड को बनाने और उन्हें मैनेज करने का काम होता है। साइबर सिक्योरिटी ब्लॉग ब्लीपिंग कंप्यूटर के अनुसार, उसने 2 सप्ताह पहले हैक के बारे में लास्टपास से सवाल किया था। इस पर लास्टपास की तरफ से मिले तुरंत जवाब ने साइबर सुरक्षा फर्म रिकॉर्डेड फ्यूचर को भी प्रभावित कर दिया है।
कंपनी का दावा, अभी पासवर्ड सुरक्षित: खबरों का कहना है कि, इस घटना के उपरांत कंपनी आकलन में लगी है कि जिसे किस हद तक हानि पहुंची है, लेकिन रिपोर्ट आने में बहुत वक़्त लग सकता है। ऐसे में कई लोग परेशान हैं। वहीं कंपनी का बोलना है कि अभी यह ग्राहकों को प्रभावित नहीं कर रहा है।” सोशल मीडिया पर, यह संदेह व्यक्त किया जा रहा था कि स्रोत कोड और गोपनीय सामग्री चोरी करने के उपरांत हैकर्स पासवर्ड को पासवर्ड वॉल्ट में प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं। वहीं साइबर एक्सपर्ट लिस्का ने इस संदेह को खारिज करते हुए बताया कि "यह संभावना नहीं है कि सोर्स कोड की चोरी से अपराधियों की पहुंच ग्राहकों के पासवर्ड तक हो सकती है।"
28 लाख में बेचा गया iPhone, फिर लगी खरीदने के लिए बोली