बेंगलुरु: बेंगलुरु में 9 दिसंबर को आत्महत्या करने वाले अतुल सुभाष ने अपने जीवन का अंत करने से पहले लगभग डेढ़ घंटे का वीडियो रिकॉर्ड किया और 24 पन्नों की चिट्ठी लिखी। इन दोनों में उन्होंने अपनी पत्नी, ससुराल वालों एवं न्यायिक व्यवस्था को अपने फैसले के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनकी मौत के पश्चात् पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है तथा अब पुलिस इस मामले की गहन तहकीकात कर रही है।
जौनपुर पहुंची पुलिस
बेंगलुरु पुलिस की एक टीम मामले की तह तक जाने के लिए जौनपुर पहुंची। जैसे ही अतुल के ससुराल वालों को इसकी खबर प्राप्त हुई, उन्होंने देर रात अपने घर पर ताला लगाया और वहां से फरार हो गए। पुलिस टीम ने उनके घर पर छापा मारा, मगर वहां कोई मौजूद नहीं था। निकिता सिंघानिया की मां निशा सिंघानिया एवं उनके भाई अनुराग सिंघानिया ने मीडिया से बचने का प्रयास। निशा सिंघानिया का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह मीडिया के सवालों से बचते हुए हाथ जोड़कर चुपचाप बाइक पर बैठकर चली गईं।
निकिता के परिवार का निवास
निकिता का परिवार जौनपुर के खोवामंडी इलाके में रहता है, जो शहर कोतवाली से मात्र 100 कदम की दूरी पर है। उनके परिवार की यहां कपड़ों की दुकान भी है। पुलिस की टीम के जौनपुर पहुंचने की खबर मिलते ही परिवार ने भागने का फैसला किया। निकिता की मां निशा सिंघानिया ने मीडिया से बातचीत में सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा, “ये आरोप झूठे हैं। मैं सभी सबूत दुनिया के सामने लाऊंगी। अतुल ने अपनी कुंठा का दोष हम पर मढ़ा है। मेरी बेटी कभी किसी को खुदखुशी के लिए उकसा नहीं सकती।”
आत्महत्या से पहले अतुल की अपील
अतुल ने अपने वीडियो में परिजनों से कई अपीलें कीं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी और ससुराल वालों को उनके शव के पास आने की अनुमति न दी जाए। उन्होंने अपने परिवार से कहा कि जब तक उनके उत्पीड़कों को सजा नहीं मिलती, उनकी अस्थियां विसर्जित न की जाएं। यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता, तो उनकी अस्थियां अदालत के बाहर गटर में बहा दी जाएं।
पुलिस की कार्रवाई
अतुल सुभाष की मौत के पश्चात् , बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। यह मामला अतुल के भाई बिकास कुमार की शिकायत के आधार पर दर्ज हुआ। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अन्य प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया है।