मेलबर्न: हर क्रिया की प्रतिक्रिया अवश्य होती है, टीम इंडिया जो ऑस्ट्रेलिया में करके आई है. उसका असर भी वहां की क्रिकेट पर नज़र आने लगा है. टीम इंडिया 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से जीत वापस स्वदेश लौट आई, लेकिन उधर ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर की नौकरी पर तलवार लटकने लगी है. वैसे जो रिपोर्ट आ रही है उसके अनुसार, टीम इंडिया के वहां टेस्ट सीरीज फतह और लैंगर पर लटकी तलवार का कोई आपसी संबंध नहीं है. दरअसल, यहां माजरा कुछ और है, जिसके जड़ में बाहर वाला नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के भीतर के ही लोग यानी कि प्लेयर हैं.
ऑस्ट्रेलियाई अखबार के हवाले से ये खबर आई है कि टीम के खिलाड़ी अपने कोच जस्टिन लैंगर के कोचिंग के तरीकों से नाराज़ हैं. वो उनके पेश आने के रवैये से खुश नहीं हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि वो तीनों फॉर्मेट में कोचिंग करने के योग्य नहीं है. एक रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के ड्रेसिंग रूम के सूत्रों के हवाले से कहा गया कि, ” जस्टिन लैंगर के कोचिंग मैनजमेंट की डोर अब टूटने के मुहाने पर हैं. टीम के कई सीनियर खिलाड़ी उनके रवैये से खुश नहीं हैं.”
हालांकि, जब जस्टिन लैंगर से इस संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने इस रिपोर्ट को सिरे से ख़ारिज कर दिया. उन्होंने खिलाड़ियों के साथ संबंधों में आई खटास की बात से साफ इंकार किया. उन्होंने कहा कि कहानी इसके ठीक उलट है. ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच के रूप में लैंगर का करार अभी 18 महीने बचा है. 50 वर्षीय कोच ने कहा कि उनपर वर्क लोड का कोई दबाव नहीं है. कोचिंग एक जिम्मेदारी का काम है.
IOA के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को दी गई कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक
87 साल में पहली बार नहीं खेली जाएगी रणजी ट्रॉफी, BCCI ने इस कारण लिया फैसला