भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस की वजह से मुश्किल में है. इस समय आटो सेक्टर अपने इतिहास के सबसे मुश्किल दौर में है. पहले से ही इनकी बिक्री घट रही थी जो मार्च के महीने में लॉकडाउन की वजह से पूरी तरह से जमीन पर आ गई है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी के कारों की बिक्री 47 फीसद कम हुई है तो आयशर के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 83 फीसद, अशोक लीलैंड के ट्रकों व बसों की बिक्री में 90 फीसद की गिरावट देखी गई है. दूसरी कंपनियों के आंकड़ें अभी आने हैं लेकिन वे इससे भी खराब हो सकते हैं. लॉकडाउन अगर अप्रैल मध्य तक समाप्त हो जाता है तब भी कारों की बिक्री की रफ्तार बढ़ने की संभावना नहीं है.
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वर्तमान परिस्थिति में कोरोनावायरस की वजह से जो हालात पैदा हुए हैं उसकी वजह से ना सिर्फ पिछले कुछ महीनों में लांच की गई कारों की बिक्री ठप्प हो गई है बल्कि अगले तीन-चार महीनों के दौरान लांच की जाने वाले कम से कम छह कारों के भविष्य पर भी सवालिया निशान लग गए हैं. हुंडई की तरफ से लांच की गई नई क्रेटा ने बाजार में जबरदस्त हलचल मचाई और लांचिंग से पहले ही इसकी 14 हजार बुकिंग हो गई थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से ना तो डीलरों को सप्लाई हो पा रही है और ना ही ग्राहकों को.
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