नई दिल्लीः काफी समय की गहमागहमी के बाद बीसीसीआई द्वारा नियुक्त क्रिकेट सलाहकार समिति ने रवि शास्त्री को टीम के कोच पर पूनः नियुक्ति की । उनका कार्यकाल आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 तक के लिए था, जिसे वेस्टइंडीज दौरे के लिए 45 दिन तक बढ़ा दिया गया था। टीम इंडिया का कोच बनने की इस होड़ में तीन लोगों के बीच कड़ी टक्कर हुई, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर टॉम मूडी और न्यूजीलैंड को 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचाने वाले माइक हेसन शामिल थे।
क्रिकेट सलाहकार समिति की अगुआई कर रहे कपिल देव ने शास्त्री के नाम की घोषणा करते हुए बताया कि कोच बनने की इस रेस में मूडी तीसरे नंबर पर थे, जबकि हेसन दूसरे नंबर पर रहे। रवि शास्त्री को नंबर वन बताते हुए उन्हें नया कोच नियुक्त कर दिया गया। शास्त्री को बतौर कोच भले ही टीम इंडिया की फिर से कमान मिल गई हो, मगर क्रिकेट प्रशंसकों में इसे लेकर भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। लोगों का मानना है कि रवि शास्त्री को कोच बनाने का फैसला दबाव में लिया गया, जबकि इस काम के लिए न्यूजीलैंड के माइक हेसन सबसे उपयुक्त विकल्प थे।
अपना गुस्सा जाहिर करते हुए फैंस ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। माइक हेसन ने 22 साल की उम्र में कोचिंग शुरू कर दी थी। न्यूजीलैंड के डुनेडिन में पैदा हुए हेसन ने करीब 15 साल तक ओटागो क्रिकेट के लिए काम किया। इस दौरान उन्होंने मैच जीतने के लिए तरसती रही ओटागो टीम का 20 साल का सूखा खत्म कराते हुए उसे खिताब दिलाया।
इसके बाद 2011 वर्ल्ड कप में केन्या के खराब प्रदर्शन के बाद वह केन्या के कोच बनाए गए। हालांकि उन्होंने मई 2012 में इस्तीफा दे दिया और जुलाई 2012 में जॉन राइट की जगह न्यूजीलैंड के कोच बने। माइक हेसन करीब 6 साल तक न्यूजीलैंड टीम के कोच रहे और उन्हीं के कार्यकाल में टीम 2015 विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी।
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