नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय में आज अयोध्या मामले की सुनवाई अंतिम चरण में प्रवेश कर जाएगी। इससे पहले गत सुनवाई में सुन्नी वक्फ बोर्ड की अपील पर दलीलें दी गई थीं। इससे पहले हिंदू पक्ष ने स्कंद पुराण का हवाला देकर कहा था कि राम जन्मस्थान के दर्शन से मोक्ष प्राप्त होता है। रामलला के वकील पीएस नरसिम्हा ने कहा था कि स्कंद पुराण बाबर के भारत आने और वहां मस्जिद बनने से काफी पहले का है जो उस स्थान का महत्त्व साबित करता है।
पिछली सुनवाई पर मुस्लिम पक्ष की तरफ से पेश वकील राजीव धवन ने शीर्ष अदालत में कहा था कि वे 14 अक्टूबर को अपनी दलीलें पूरी कर लेंगे। फिलहाल, सर्वोच्च न्यायालय ने निर्धारित किया है कि आज मुस्लिम पक्ष की दलील समाप्त होने के बाद 15 और 16 अक्टूबर को हिंदू पक्षों को जवाबी बहस का अवसर दिया जाएगा। मामले में शीर्ष अदालत ने नई डेड लाइन निर्धारित करते हुए कहा था कि 17 अक्टूबर तक तीनों पक्षों को अपनी दलीलें पूरी कर लेनी होगी। इससे पहले शीर्ष अदालत की तरफ से 18 अक्टूबर की डेडलाइन निश्चित की गई थी।
इस बीच अयोध्या में धारा-144 लागू कर दी गई है। अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा ने बताया कि अयोध्या भूमि विवाद मामले में फैसले की संभावना और आने वाले त्यौहारों के मद्देनज़र 10 दिसंबर तक जिले में धारा-144 लागू रहेगी। इस मामले में 17 नवंबर तक फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है। इसी दिन सर्वोच्च न्यायालय के CJI रंजन गोगोई भी सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
Vodafone ने अपने यूजर्स को दी सौगात, इस प्लान में मिलेगा 150GB एक्स्ट्रा डाटा
क्रिकेटर के पदों पर जॉब ओपनिंग, ये है लास्ट डेट
नेत्र तकनीशियन के पदों पर जॉब ओपनिंग, जानिए शैक्षिक योग्यता