लखनऊ: यूपी के अयोध्या में राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर चर्चा का विषय बन चूका है. राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर इस बार संतो के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी है. संतों ने कहा है कि जब सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के उलट जाकर केंद्र की बीजेपी सरकार एससी/एसटी एक्ट के लिए बिल ला रही है तो अयोध्या मामले में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भी कानून बनना चाहिए.
सरकार की मदद नहीं मिलने पर बेटियों ने खोद दिया कुआँ
भाजपा सरकार को घेरते हुए श्री रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया की सरकार जब सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को नकार कर बिल ला सकती है. तो अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए बिल क्यों नहीं ला रही है. इसके साथ ही आचार्य सत्येंद्र दास ने बीजेपी पर आरोप लगाया की यह पार्टी राम के नाम पर सत्ता में आई है और अब राम को ही भूल गई है.
1.12 करोड़ बच्चों को स्कूल बैग बाटेंगे शिवराज
आचार्य ने भाजपा सरकार को सचेत करते हुए कहा कि आगामी चुनाव में इसके परिणाम गंभीर हो सकते है. भाजपा अभी से चेत जाए. साथ ही कहा आप जानबूझ कर मामले को टालने की कोशिश में लगे हुए है. राम भक्त इसे स्वीकार नहीं करेंगे. आचार्य के समर्थन में धर्मसेना के अध्यक्ष कारसेवक संतोस दुबे ने भी सरकार को बिल लाने के लिए कहा.
ख़बरें और भी...
अब यात्री की थकान मिटाएगा रेलवे स्टेशन
सुप्रीम कोर्ट : IPC की धारा 497 असंवैधानिक, महिलाओं के लिए भेदभावपूर्ण