अयोध्या: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने जानकारी दी है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिसर में भगवान श्री राम के जीवन से संबंधित और त्रेता युग के महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, महर्षि वशिष्ठ के साथ माता अहिल्या और निषादराज की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।
उन्होंने बताया है कि, प्रतिमाओं को प्रमाणिक चित्रों के जरिए रूप देने के लिए चंपत राय ने बुधवार को गीता प्रेस के लीला चित्र मंदिर में चित्रों का बारीकी से रिसर्च की और उनमें से महर्षियों, निषादराज, माता शबरी और माता अहिल्या सहित कई चित्रों का चयन किया। गीता प्रेस के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल, देवीदयाल अग्रवाल, दीनदयाल अग्रवाल, माधव अग्रवाल और प्रबंधक लाल मणि त्रिपाठी ने चंपत राय को चित्रों का अवलोकन कराया। चंपत ने कहा है कि जब मंदिर परिसर में मूर्तियों का लगना तय हुआ, इसके बाद से उनके स्वरूप पर चर्चा होनी आरंभ हुई। जिसके लिए अलग-अलग स्थानों से त्रेता युग, रामायण काल के तमाम महापुरुषों के चित्र मंगाए गए।
उन्होंने बताया है कि उसी कड़ी में प्राचीन काल के चित्रों का संग्रह करने वाले गीता प्रेस में भी आए हैं। यहां के चित्र आम जनमानस के मन में बसे हुए हैं। यहां से प्राथमिक स्तर पर कुछ चित्रों का सिलेक्शन किया गया है। चित्रों का चयन होने के बाद मूर्तिकार उन्हीं के आधार पर प्रतिमाओं एवं उससे संबंधित झांकी तैयार करेंगे, जो श्री राम जन्मभूमि मंदिर के परकोटे के भीतर स्थापित किए जाएंगे।
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