नई दिल्ली: देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तौर पर सरकार भारत के स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने के लिए एक वर्चुअल एग्जिबीशन पेश करने की रणनीति बना रही है। इस के लिए एक मोबाइल ऐप भी पेश किया जाएगा। इस मल्टीमीडिया एग्जिबीशन से भारत की युवा पीढ़ी एवं विदेशों में प्रवासी भारतीयों को भारत के स्वाधीनता संग्राम के नायकों तथा प्रतीकों से लगाव होने की उम्मीद है एवं यह सरकार द्वारा चुने जाने वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चलेगी।
वही एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, इसके माध्यम से भारत के स्वाधीनता संग्राम की कहानी बताई जाएगी। यह 17 वीं शताब्दी में भारत के उपनिवेशीकरण से लेकर 1947 में भारत की आजादी तक “और समकालीन भारत में इसके परिवर्तन की यात्रा” के बारे बताएगी। इस एग्जिबीशन में दुर्लभ चित्र, वीडियो, जीआईएफ एवं साउंड बाइट प्रदर्शित की जाएगी।
खबर के अनुसार, यह महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल, लाला लाजपत राय तथा भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान एवं संघर्ष को प्रदर्शित करेगा। वर्चुअल एग्जिबीशन में ‘आसान नेविगेशन’ जैसी खासियत होंगी। सरकार रियल टाइम डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से वर्चुअल एग्जिबीशन की कामयाबी का आकलन करने के लिए एक एजेंसी को भी नियुक्त कर रही है।
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