लखनऊ: योग गुरु बाबा रामदेव के बयान पर दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि बाबा रामदेव पहले इस्लाम एवं सिरत का अध्ययन करें, तत्पश्चात, फिर इस्लाम पर उंगली उठाए। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों ने इस्लाम नहीं पढ़ा है उनको इस्लाम मजहब के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। बिना पढ़ें किसी के बारे में बोलना गलत रास्ते पर जाना है।
वही हाल ही में बाबा रामदेव ने एक विवादित बयान दिया। जिसमें उन्होंने बोला था कि इस्लाम में ये है कि नमाज पढ़ो फिर उसके पश्चात् जो चाहे करो, हिंदू लड़कियों को छेड़ो एवं लव जिहाद करो। इस पर मौलाना ने बाबा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति गलत काम करता है तो उसका वो स्वयं जिम्मेदार है। उसके धर्म को दोषी देना ठीक नहीं है। इसी प्रकार दूसरे धर्मों के लोग भी गलत कार्य में लिप्त है तो क्या उनके धर्म को जिम्मेदार ठहराना दुरूस्त होगा।
आगे मौलाना ने कहा कि कुछ दिनों से बाबा रामदेव इस्लाम एवं मुसलमानों के खिलाफ बराबर बोल रहे हैं, जबकि उनका काम योग सिखाना एवं दवाईयां बेचना है। बाकी इसके अतिरिक्त कुछ नहीं। देश के हर समुदाय में उनको इज्जत की निगाह से देखा जाता है। लेकिन वो अब अपनी छवि को विवादित बनाने में लगे हुए हैं।
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