नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच बीते कुछ दिनों से बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिशन (IMA) के बीच जबरदस्त जंग छिड़ी हुई है। हाल ही में बाबा रामदेव का एक वीडियो सामने आया था। इसमें उन्होंने कहा था कि एलोपैथिक दवाइयों की वजह से लाखों लोगों की मौत हो गई है। एक इंटरव्यू में बाबा रामदेव ने इस मुद्दे पर फिर अपनी बात रखी है।
रामदेव ने कहा कि, ”मैं अपने बयान पर माफी माँग चुका हूँ और मैंने एलोपैथी को लेकर दिया गया बयान वापस भी ले लिया है। मैं सभी स्वास्थ्यकर्मियों का सम्मान करता हूँ। उनको नमन करता हूँ। एक लाइन मेरा बयान निकाल दिया न इससे समस्या हो गई। मैंने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया था। कार्यकर्ताओं के बीच में बैठकर ऐसे ही ल रहा था, इसी बीच किसी ने इसे फेसबुक पर लाइव कर दिया। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था।” उन्होंने कहा कि एलोपैथी से घृणा का कोई प्रश्न ही नहीं है। मेरे मन में किसी के लिए दुराग्रह नहीं है और मैं मानता हूँ कि एलोपैथी ने करोड़ों लोगों की जान बचाईं, किन्तु एलोपैथी में कई बीमारियों की दवाई मौजूद नहीं है।
उन्होंने IMA पर पलटवार करते हुए कहा कि 90 फीसद लोग योग और प्राणायाम से ठीक हुए हैं। कई बीमारियों का उपचार आयुर्वेद से संभव है, मगर हमेशा ही एलोपैथी के सामने आयुर्वेद को नीचा दिखाया जाता है। बाबा रामदेव ने कहा कि, ”इस संस्था ने मुझ पर मानहानि का केस किया, किन्तु मुकदमा तो मुझे करना चाहिए क्योंकि IMA के डॉक्टर असभ्यता से बात करते हैं।” उन्होंने कहा कि मैं 90 फीसद डॉक्टरों का सम्मान करता हूँ, मगर कुछ डॉक्टरों ने लूट मचा रखी है। हालाँकि, मैं इनके जैसा नहीं करूँगा, क्योंकि मेरे मन में किसी के लिए हीन भावना नहीं है।
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