अहमदाबाद: गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर) की शाम मच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से दुखद हादसा हो गया। इस हादसे में 141 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य जख्मी हो गए हैं। अचानक हुए इस हादसे से जहाँ एक तरफ चीख-पुकार मची हुई थी। वहीं, दूसरी तरफ मौके पर मौजूद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आनन-फानन नदी में कूदते हुए कई लोगों की जान बचाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस समय यह हादसा हुआ, उस वक़्त वहाँ बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता मौजूद थे। जिन्होंने हादसे के बाद फ़ौरन कार्रवाई करते हुए 170 लोगों को नदी में डूबने से बचाया। जिन्हे अक्सर मेन स्ट्रीम मीडिया और कई सियासी दलों द्वारा गुंडा कहा जाता है, उन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को आज वो लोग दुआएं दे रहे हैं, जिनकी उन्होंने जान बचाई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे के समय वहाँ मौजूद बजरंग दल के कार्यकर्ता चिराग परमार ने कहा है कि पुल टूटते ही चारों ओर अफरा-तफरी मच गई थी। उन्होंने कहा है कि, 'ब्रिज टूटने और लोगों के पानी में गिरने के बाद कई लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। यह देखने के बाद हम लोग फ़ौरन ही बचाव कार्य में लग गए। इस दौरान, महिलाओं और छोटे बच्चों के डूबने का मंजर दिल दहला देने वाला था।'
इस दर्दनाक हादसे को लेकर बात करते हुए चिराग परमार ने यह भी कहा है कि हर रविवार की तरह सब कुछ सही चल रहा था। हर कोई बेहतरीन टाइम बिताने के लिए यहाँ पहुंचा था। मगर, हँसी की आवाजों के बीच अचानक ही दहशत से भरी हुई चीखें सुनाई देने लगीं। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, 500 लोग नदी में गिर चुके थे। फिलहाल 141 लोगों के शव निकाले गए हैं, जबकि 2 अब भी लापता बताए जा रहे हैं। नौसेना, वायुसेना और भारतीय सेना के जवान अब भी तलाशी अभियान चला रहे हैं।
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