खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक मुस्लिम युवक फिरोज ने सनातन धर्म को अपनाते हुए अपना नाम ‘राहुल सनातनी’ रख लिया। यह प्रक्रिया 8 जनवरी 2025 को महादेवगढ़ मंदिर में वैदिक रीति-रिवाजों और मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर पंडित अश्विन खेड़े ने शुद्धिकरण और हवन कराया, जिसमें गाय के गोबर, गोमूत्र और अन्य पवित्र द्रव्यों का उपयोग हुआ।
खंडवा के दुबे कॉलोनी निवासी फिरोज (पुत्र अकरम) ने बताया कि वह पिछले 14 साल से सनातन धर्म के प्रति गहरी आस्था रखते थे। उन्होंने कहा कि बजरंगबली और खाटू श्याम उनके सपनों में आते थे, जो उन्हें सनातन धर्म अपनाने की प्रेरणा देते थे। इस भावना को वह धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि अपनी जड़ों की ओर लौटने का सफर मानते हैं। फिरोज को इस निर्णय के कारण अपने परिवार और समाज के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि परिवार के दबाव के चलते उन्हें कुछ समय के लिए इंदौर में शरण लेनी पड़ी, लेकिन अपनी आस्था और संकल्प को उन्होंने कमजोर नहीं होने दिया। आठ दिन पहले उन्होंने महादेवगढ़ मंदिर के संपर्क में आकर अपनी इच्छा जाहिर की, जिसके बाद यह प्रक्रिया पूरी की गई।
महादेवगढ़ मंदिर में शुद्धिकरण की प्रक्रिया के दौरान उन्हें गाय के गोबर और गोमूत्र से स्नान कराया गया। इसके बाद मुंडन संस्कार और भगवा वस्त्र धारण करवाए गए। प्रायश्चित हवन और भगवान शिव का जलाभिषेक भी किया गया। मंदिर के पुजारी पंडित अश्विन खेड़े ने बताया कि यह पूरी प्रक्रिया वैदिक परंपरा के अनुसार संपन्न की गई। राहुल (पूर्व में फिरोज) ने कहा कि सनातन धर्म में सभी के कल्याण की भावना है, जो उन्हें बेहद प्रेरित करती है। उन्होंने इसे अपनाने के बाद आत्मिक शांति और संतोष का अनुभव किया। महादेवगढ़ मंदिर के संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि खंडवा जिले में पिछले दो वर्षों में 22 ऐसे मामले सामने आए हैं, जहाँ मुस्लिम युवाओं ने सनातन धर्म को अपनाया है।
इस घटना ने सनातन धर्म की उदारता और उसकी ओर बढ़ते आकर्षण को फिर से उजागर किया है। धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए राहुल का मंदिर में स्वागत किया गया, जहाँ शिव भक्तों ने स्वस्तिवाचन का पाठ और पुष्पांजलि के साथ उन्हें आशीर्वाद दिया। राहुल के इस कदम ने न केवल धार्मिक सहिष्णुता का परिचय दिया है, बल्कि यह भी दिखाया कि सनातन धर्म अपनी प्राचीन परंपराओं के माध्यम से सभी को अपनाने की क्षमता रखता है।