पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह के विरूध्द कांग्रेस के दो राज्यसभा सदस्यों प्रताप सिंह बाजवा तथा शमशेर सिंह ढुलो के मोर्चा खोल दिया है. इस विवाद के पश्चात बाजवा ने शुक्रवार को बताया कि अगर प्रदेश में पार्टी को बचाना है, तो अमरिंदर और सुनील जाखड़ को उनके पदों से निष्कासित करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर पार्टी हाईकाम ऐसा फैसला नहीं लेता है तो कांग्रेस का पंजाब में वही हाल होगा जो सिद्धार्थ शंकर राय (पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री) के पश्चात पश्चिम बंगाल में हुआ था.
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इसके अलावा पार्टी की प्रदेश प्रभारी आशा कुमारी ने भी बड़ा बयान दिया है. जिसमें शुक्रवार को उन्होने कहा कि इन दोनों सांसदों के केस में कोई भी फैसला एके एंटनी की अध्यक्षता वाली अनुशासनात्मक कार्यवाही समिति करेगी. विदित हो कि पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने हालिया जहरीली शराब केस में राज्य सरकार की आलोचना की है. जिसमें बृहस्पतिवार को बाजवा तथा ढुलो को वर्तमान कांग्रेस से बाहर करने की मांग की थी.
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बता दे कि राज्यसभा के दोनों मेंबर्स ने हालिया विषैली मंदिरा मामले को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार का विरोध किया था. उस हादसे में 113 लोगों की मृत्यु हो गयी थी. पार्टी की तरफ से कार्रवाई की तैयारी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बाजवा ने कहा, ‘‘113 लोगों की जान चली गई. हमने लोगों की आवाज उठाई है. हम कांग्रेस और पंजाब की भलाई के लिए ऐसा कर रहे हैं. इस गवर्नमेंट की बहुत बदनामी देखने को मिल रही है. पंजाब सरकार के नेताओं के बयानों से लग रहा है, कि आने वाले समय में पार्टी में कलह और बढ सकती है.
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