दुनियाभर में कई ऐसे बच्चे होते हैं जिनका स्वभाव जिद्दी और गुस्सैल होता है. ऐसे में इन कारणों की वजह से माता-पिता को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. कहते हैं शास्त्रों के अनुसार इस समस्या का समाधान संकट मोचक भगवान हनुमान की आराधना से संभव हो सकता है. जी हाँ, हनुमान जी को खुश कर अपने बच्चे को बुद्धिमान और शांत बना सकते हैं. जी दरअसल इससे आपके बच्चे का गुस्सा धीरे धीरे कम होता चला जाएगा. कहते हैं शास्त्रों के अनुसार जब ज्योतिष ग्रहों के प्रभाव से बच्चा ज्यादा जिद्दी, चिडचिड़ा हो, क्रोध अधिक करता हो, माता-पिता या अन्य बड़े लोगों की बातें नहीं सुनता हो, तो हनुमान जी के बांए पैर का सिंदूर हर मंगलवार और शनिवार को बच्चे के मस्तक या माथे पर लगाएं.
इसी के साथ ऊं हनुमनते नम: का पाठ करें और बच्चे से करवाएं. कहा जाता है हनुमान जी के 12 नाम का हर रोज स्मरण करवाने से भी बच्चे में से जिद्दीपन चला जाता है. कहा जाता है जिन व्यक्तिओ को गुस्सा अधिक हो उनके लिए भी यह उपाय फायदेमंद साबित होता है. जी दरअसल हनुमान जी को बल और बुद्धि का दाता माना जाता है और अगर बच्चे को या खुद को नजर और टोक बार-बार लगती हो तो हनुमानजी के दाहिने पैर का सिंदूर मस्तक पर लगाएं.
कहते हैं व्यायाम या आंसू के निकलने से गुस्सा कम हो जाता है और जब बच्चा बहुत अधिक समय तक नाराज हो तो उससे बात करके गुस्सा कम करने की कोशिश करनी चाहिए. इसी के साथ बच्चे गुस्से से कई बार आत्मक्षति या आत्महत्या का सहारा लेते हैं इसी कारण आप इन चीज़ों को करने के बाद उसका गुस्सा कम कर सकते हैं.
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