बलिया: देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के बलिया शहर में गंगा उफान पर है. शहर में शुक्रवार की देर रात गंगा नदी के उस किनारे पर नौरंगा चक्की संपर्क मार्ग पर लगभग 10 लाख की लागत से बनी पुलिया पूर्ण रूपेण गंगा की लहरों में कट कर बह गई. जिसके चलते नौरंगा, भुवाल छपरा चक्की के रहवासियों को अपने वस्तुओं को बिहार में भी सकुशल जगह पर पहुंचाने का एक ऑप्शन नाव ही अब शेष है.
वहीं यदि संपर्क मार्ग कटता है, तो नवरंगा गांव में भी जल भर जाएगा. उसके पश्चात् रहवासियों को कहीं पर आने जाने के लिए एकमात्र सहारे के तौर पर नाव ही बचेगी. बता दें कि सालों से गंगा नदी के उस किनारे पर बसे गांव नौरंगा विकास से बहुत दूर रहा. वहां के रहवासियों ने अपनी आवाज उठाई, तो कुछ उम्मीद की किरण जगी. किन्तु प्रशासनिक उदासीनता एवं जनप्रतिनिधियों के उदासीन व्यवहार की वजह से आज भी नवरंगा विकास से काफी दूर है.
वही अब यह गांव ठीक गंगा के मुहाने पर स्थित है, जहां रहवासियों को अपना कोई भी विकास का काम ठीक नहीं लगता. उनको एक मात्र विकास के तौर पर सिर्फ अपने गांव को गंगा की गोद में जाने से बचाने का उपाय ही सूझता है. वही ग्राम मुखिया बबीता ठाकुर बीवी समाजसेवी सुरेंद्र ठाकुर निरंतर दो दिनों से लगभग 2000 बालू से भरी बोरियों को ग्रामीणों के साथ मिलकर नौरंगा कांटेक्ट मार्ग पर डाल रहे हैं, जिससे हर स्थित में गंगा के कहर से कांटेक्ट मार्ग को बचाया जाए. जिससे गांव में जल न फैल सके. इसके साथ ही गांव के लोगों की समस्या और अधिक बढ़ गई है.
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