नई दिल्ली : बलूच नेता ब्रह्मदाग बुगती के कारण पाकिस्तानी सरकार और सेना चिंता में है। बुगती न केवल बलूचिस्तान को आजाद कराने के लिये आंदोलन चला रहे है वहीं हाल ही में उन्होंने भारत से भी अपने लिये शरण मांगी है। इसके बाद वे पाकिस्तानी मीडिया के लिये खबर बने हुये है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान का मुद्दा सार्वजनिक रूप से उठाया था। इसके बाद से ही बलूच नेताओं ने मोदी का समर्थन किया था वहीं बलूचिस्तान के लोगों ने भी मोदी से अपनी आजादी की उम्मीदें बांधी है।
बलूच नेता बुगती ने जिस तरह से पाकिस्तान के नाक में दम कर रखा है उससे सरकार और सेना के लिये चिंता बढ़ने लगी है। मोदी द्वारा बलूचिस्तान मुद्दे को हवा देने के पहले बुगती की लोकप्रियता ज्यादा नहीं थी। पाकिस्तानी मीडिया में बुगती लगातार बने हुये है। भारत में शरण लेने की मांग के बाद तो बुगती पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्रों में पहली खबर बन गये है।
समाचार पत्र डाॅन ने अपनी संपादकीय में बुगती के शरण लेने वाले निर्णय को गलत करार दिया है। डाॅन ने लिखा है कि यदि ऐसा होता है कि सुलह और समझौते के रास्ते बंद हो सकते है। समाचार पत्र डाॅन के अलावा अन्य पाकिस्तानी समाचार पत्रों ने भी बुगती को लेकर प्रमुख खबर बनाई है। पाकिस्तानी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भी बलूचिस्तान वाले बयान को भड़काने वाला बयान बताते हुये कहा है कि उन्हंे अपनी हद में रहना चाहिये।