बलूचिस्तान । पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के एक बयान से विवाद हो गया था। अब इस बयान पर बलूच नेताओं ने विरोध जताया है। दरअसल पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र के नेता प्रोफेसर नायला बलूच कादरी ने विरोध करते हुए कहा है कि जो बात लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के लिए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कही थी उससे यह स्पष्ट है कि परवेज मुशर्रफ एक आतंकी को महत्व दे रहे हैं।
अब अमेरिका को आतंकवाद के विरूद्ध की जाने वाली लड़ाई में आगे आना चाहिए। आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने के साथ परवेज मुशर्रफ के विरूद्ध भी कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने मांग की, कि मुशर्रफ की संपत्तियों को जब्त कर लिया जाना चाहिए। परवेज मुशर्रफ की कई संपत्तियां अमेरिका में मौजूद हैं। मुशर्रफ के कार्यकाल में लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान के शासन को प्रभावित करने में लगा रहता है।
ऐसे में जांच की जाना चाहिए कि आखिर क्या अमेरिकी सहायता का उपयोग बलूचों के प्रति हिंसा को लेकर हुआ या नहीं। वर्ल्ड बलूच वीमेन फोरम की अध्यक्ष प्रोफेसर नाएला कादरी बलूच ने कहा कि, अब ये साफ हो चुका है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ, आतंकी हाफिज सईद के कितने बड़े हमदर्द थे। उन्होंने कहा कि, अब अमेरिका को किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है। बलूच नेता ने कहा कि विश्व को इस बात को समझना होगा कि आखिर बलूच क्षेत्रों में आतंकी किस तरह से हिंसा कर रहे हैं।
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