उज्जैन। आमतौर पर दिसंबर माह के प्रारंभ होते ही, मध्यप्रदेश विशेषकर मालवा में पतंगबाजी में दिलचस्पी रखने वाले सक्रिय हो जाते हैं। ये लोग जहां पतंग एकत्रित करते हैं तो दूसरी ओर, मांजा सूतने और हुचके को डोर से भरने में व्यस्त रहते हैं। मगर अब मांजा सूतने का काम काफी कम हो गया है। इसका कारण है कि, बाजार में रेडिमेड डोर उपलब्ध होती है। इस डोर में तेज़ धार वाली चाइना डोर जिसे चीनी डोर कहा जाता है।
वह भी उपलब्ध होती है मगर, अब इस डोर को प्रतिबंधित कर दिया गया है। मकर संक्रांति के पर्व के पहले जिला प्रशासन, ने इस मामले में निर्देश जारी कर दिए हैं। इस डोर का न तो क्रय किया जा सकेगा, और न ही विक्रय हो सकेगा। साथ ही इसके भंडारण और उपयोग को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।
यदि इसका उपयोग करते हुए कोई भी पाया जाता है तो प्रशासन उस पर नियमपूर्वक कार्रवाई कर सकता है। उल्लेखनीय है कि, चायना डोर के उपयोग के चलते राहगीरों, पशु पक्षियों के घायल होने की जानकारी सामने आई थी। ऐसे में चायना डोर काफी घातक मानी गई और इसे प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके उपयोग पर रोक लगाने से वाहन चालकों को राहत मिली है।
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