नई दिल्ली। पाकिस्तान ने आतंकी हाफिज सईद के संगठन जमात उद दावा के नए संगठन तहरीक ए आज़ादी पर प्रतिबंध लगा दिया। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान ने आतंकवाद और उसके पोषण पर रोक लगाने के लिए एक निगरानी संस्था पर भी प्रतिबंध लगाया है। गौरतलब है कि तहरीक लाहौर में हाफिज सईद को 90 दिन के लिए नज़रबंद कर दिया गया था। ऐसे में 5 फरवरी को कश्मीर दिवस के अवसर पर पाकिस्तान में बैनर लहराए गए थे।
कश्मीर की आजादी के समर्थन में रैलियां निकाली गई थीं। इस दौरान जमात उद दावा द्वारा छद्म संगठन के रूप में पहचान हासिल की गई थी। वर्ष 2008 के मुंबई हमले के प्रमुख हाफिज सईद द्वारा नज़रबंदी के सप्ताहभर पहले संकेत दिए गए थे कि वे कश्मीर की स्वाधीनता के अभियान को तेज़ करने के लिए तहरीक की स्थापना कर सकता है। ये संकेत लाहौर में दिए गए थे। गौरतलब है कि इस आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी।
मगर अब जमात उद दावा को तहरीक के तौर पर शुरू किया गया है। हालांकि आतंकी संगठन और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन पर कार्रवाई किए जाने के बाद भी माना जा रहा है कि ये संगठन फिर अस्तित्व में आ सकते हैं। गौरतलब है कि जमात उद दावा को प्रतिबंधित संगठनों की सूची में शामिल किया जा चुका है यह जानकारी पाकिस्तान की राष्ट्रीय आतंक रोधी प्राधिकरण की वेबसाईट में प्रसारित हुई है। गौरतलब है कि अमेरिका कई बार पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर चेतावनी जारी करता रहता है।
यही नहीं एफटीएफ के रडार पर पाकिस्तान है और उसे यूएन में आतंक के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर लिस्टेड किया जा चुका है। बहरहाल आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान पर दबाव है। भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की अंतर्राष्ट्रीय मांग को बल मिल रहा है। दरअसल अमेरिका हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दी को आतंकी घोषित कर चुका है। ऐसे में भारत के लिए यह प्रमुख बात मानी जा रही है। हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी अभियानों की प्लानिंग कथित तौर पर पाकिस्तान से ही होती रही है।
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