पटना: केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को प्रतिबंधित कर दिया है। इतना ही PFI के साथ उसके 8 सहयोगी सगठनों पर 5 वर्षों के लिए बैन लगाया गया है। इस एक्शन पर लालू प्रसाद यादव ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि PFI की भांति RSS पर भी पाबंदी लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये हिंदू मुस्लिम करके देश को तोड़ रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के भी कई नेताओं ने संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। तो समाजवादी पार्टी सांसद शफीक उर रहमान बर्क ने PFI पर प्रतिबंध को गलत बताया।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों एवं पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि PFI की भांति जितने भी नफरत एवं द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर पाबंदी लगाना चाहिए जिसमें RSS भी सम्मिलित है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है। RSS पर दो बार पहले भी प्रतिबंध लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि PFI की भांति जितने भी नफरत एवं द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर पाबंदी लगाना चाहिए जिसमें RSS भी सम्मिलित है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है। RSS पर दो बार पहले भी प्रतिबंध लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर पाबंदी लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाई थी। केरल से कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा, हम भी RSS पर प्रतिबंध की मांग करते हैं। PFI पर पाबंदी लगाना कोई उपाय नहीं है। RSS भी हर जगह सांप्रदायिकता फैला रहा है। उधर, मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम एवं कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि जनता को सुरक्षा चाहिए। यदि इतने दिन से ये हो रहा था तो आप क्या कर रहे थे? ये वर्ष भर में तो पैदा नहीं हुई। क्या सबूत अभी प्राप्त हुए हैं? यदि ये आतंकवादी संस्थाओं से पहले से जुड़ी थी तो आप इतने वर्ष क्या कर रहे थे।
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