भुवनेश्वर: ओडिशा के विश्व विख्यात श्री जगन्नाथ मंदिर के गर्भगृह की तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर डालने के आरोप में एक बांग्लादेशी शख्स को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। 23 वर्षीय इस यूट्यूबर के गिरफ्तारी की पुष्टि एक पुलिस अधिकारी ने आज मंगलवार (29 नवंबर) को की है। दरअसल, मंदिर के भीतर कैमरे का इस्तेमाल वर्जित है। अधिकारी ने जानकारी दी है कि यह अपराध संज्ञेय नहीं था, इसलिए बाद में एक स्थानीय कोर्ट ने उसे जमानत दे दी।
रिपोर्ट के अनुसार, एक हफ्ते पहले आरोपी आकाश चौधरी द्वारा फेसबुक पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की गई थीं। ये तस्वीरें कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इस घटना के बाद 12वीं सदी के इस मंदिर की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे थे। अधिकारी ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने सिंहद्वार थाने में बांग्लादेश के सिलहट क्षेत्र के रहने वाले आकाश चौधरी के खिलाफ केस दर्ज कराया। वृंदावन के लिए रवाना हो चुके आकाश चौधरी को पुलिस ने वापस बुलाया, जिसके बाद सोमवार को वह पुरी लौट आया। चौधरी के खिलाफ नियमों का उल्लंघन कर गर्भगृह की तस्वीरें खींचने, फेसबुक पर पोस्ट करने के आरोप में श्री जगन्नाथ मंदिर अधिनियम, 1954 और IT अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। उसका फोन और पासपोर्ट भी पुलिस ने जब्त कर लिया। हालांकि, बाद में चौधरी को एक स्थानीय अदालत से जमानत मिल गई।
लेकिन, इस घटना के बाद मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई इस चूक पर सवाल भी उठ रहे हैं। एक सेवादार ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि मंदिर के अंदर गैजेट्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के बावजूद एक विदेशी ने तस्वीरें कैसे खींच लीं। उन्होंने कहा कि ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गईं, जो कि निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। ऐसी चूक दोबारा न हो, इसे लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।
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