इंदौर। शहर में अब बारात, जुलूस या किसी भी चल समारोह में लोग बैंड कलाकारों को अपनी मनमर्जी से बैंड रोक कर डांस करने एवं घोड़े को नचाने के लिए मजबूर नहीं कर सकेंगे। लम्बे समय से बारात के कारण ट्रैफिक जाम होने, विवाद होने आदि को देखते हुए मध्यप्रदेश बैंड एसोसिएशन ने इसके लिए पांच विषयो पर एक नीति तैयारी की है। इस नीति से प्रदेश भर के बैंड संचालकों को भेजा है। बारात में अब बैंड के साथ एक व्यक्ति अलग से होगा जो रास्ते भर बारात के साथ ट्रैफिक व्यवस्था संभालेगा।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सलाम अब्दुल नौशाद के मुताबिक इंदौर में एसोसिएशन के 280 बैंड संचालक सदस्य हैं। पिछले दिनों बैठक में फीडबैक मिला कि बारातियों द्वारा भारी ट्रैफिक के दौरान भी सड़क पर नाचने के लिए बैंड को रोकने का दबाव बनाया जाता है। जिससे ट्रैफिक प्रभावित होता है। साथ ही बारातियों द्वारा मैरिज गार्डन या धर्मशाला के बाहर भी नाचने के लिए काफी देर तक बैंड को रोका जाता है। इसके अलावा मनमाने गाने बजाने सहित कई मामले ऐसे होते हैं जिसके कारण विवाद की स्थिति बनती है। यह केवल इंदौर की नहीं बल्कि प्रदेश के सभी जिलों के बैंड संचालकों की परेशानी है। जिसके चलते यह सूचि बनाई गई है।
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