हर साल मनाई जाने वाली वसंत पंचमी इस साल 5 फरवरी को मनाई जाने वाली है। इसे बुधादित्य और केदार योग में मनाया जाने वाला है। वहीं हिन्दू कैलेंडर के अनुसार माघ माह की शुक्ल पंचमी को बसंत पंचमी के रूप में माता सरस्वती (Maa Saraswati) का जन्मोत्सव और मदनोत्सव बनाया जाता है। जी दरअसल इस दिन माता सरस्वती की पूजा होती है। तो आज हम आपको बताते हैं माता सरस्वती को कौनसी सी 11 सफेद और पीली शुभ सामग्री अर्पित करना चाहिए।
1. पीले और सफेद फूल : बसंत पंचमी पर माता सरस्वती को पीले या सफेद फूल अर्पित करना चाहिए।
2. पीले और सफेद वस्त्र : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को पीले या सफेद वस्त्र अर्पित करना चाहिए। इस पूजा करते समय पीले वस्त्र पहनान चाहिए।
3. पीले या सफेद पेड़े या मिठाई : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को पीले या सफेद पेठे अर्पित करना चाहिए।
4. बूंदी : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को बूंदी अर्पित करना चाहिए।
5. केला : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को केला अर्पित करना चाहिए।
6. पीले चावल : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को केसर मिश्रित पीले चावल अर्पित करने से वह प्रसन्न होती हैं।
7. श्वेत चंदन : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की श्वेत चंदन से पूजा की जाती है।
8. मधु : बसंत पंचमी के दिन मधु अर्थात शहद अर्पित करना चाहिए।
9. गन्ना और गन्ने का रस : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को गन्ना और गन्ने का रस भी अर्पित करना चाहिए।
10. दूध, दही और मक्खन : बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को दूध, दही और मक्खन अर्पित करना चाहिए।
11. अन्य सामग्री : बसंत पंचमी के दिन धान का लावा, सफेद तिल के लड्डू, पका हुआ गुड़, श्वेत अलंकार, खोवे का श्वेत मिष्टान, अदरक, मूली, शर्करा, सफेद धान के अक्षत, तण्डुल, शुक्ल मोदक, धृत, सैन्धवयुक्त हविष्यान्न, यवचूर्ण या गोधूमचूर्णका धृतसंयुक्त पिष्टक, पके हुए केले की फली का पिष्टक, नारियल, नारियल का जल, श्रीफल, बदरीफल, ऋतुकालोभ्दव पुष्प फल आदि अर्पित करना चाहिए। वहीं पूजा में पेन, कॉपी, किताब, वाद्य यंत्र आदि को शामिल करना चाहिए।
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5 फरवरी को है बसंत पंचमी, जानिए क्यों होता है इस दिन पीले रंग का महत्व?