किचन मे पाए जाने वाले इंग्रेडिएंट्स कई आयुर्वेदिक तत्वों से भरपूर होते है भारतीय मसालों में तेजपत्ते का एक खास महत्व है। तेजपत्ता खाने का स्वाद और रंगत बढ़ाता है। इसलिए अधिकतर लोग अपने खाने में तेज पत्ते का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा क्या आप जानते हैं कि तेजपत्ता हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। तेजपत्ते का सेवन करने से कैंसर और ह्दय संबधित बीमारियों से बचा जा सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं तेजपत्ते का काढ़ा और लेप मोच और नसों में सूजन को भी कम करने में सहायक है। तेजपत्ते में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी इंफ्लामेट्री और पेन रिलीविंग गुण पाए जाते हैं , जिसकी वजह से यह दर्द में बेहद फायदेमंद है।
इस काढ़े को बनाने के लिए आपको करना होगा कि 10 ग्राम तेजपत्ता , अजवायन और सौंफ को अच्छे से पीस लें। अब इसे एक लीटर पानी में उबाल लें। करीब 100 से 150 ग्राम पानी जब रह जाए तब गैस बंद कर लें। एक दिन में आप दो बार इसका सेवन कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन से मोच और नसों में आने वाली सूजन दूर हो जाएगी मोच आने पर तेजपत्ता , अजवायन और सौंफ से बना काढ़ा किसी वरदान से कम नहीं है। मोच आने पर आप इसका सेवन कर सकते हैं। यह दर्द और सूजन को कम करने में बेहद सहायक है। इसके अलावा आप तेजपत्ता और लौंग को पानी में पिसकर इसका लेप बना सकते हैं। तेजपत्ता और लौंग लेप लगाने से आपको काफी राहत मिलेगी।
ध्यान देने वाली बात ये है कि नसों में सूजन आने के कारण काफी तकलीफ झेलनी पड़ती है और रोजाना के काम भी प्रभावित होता है। नसों में सूजन अत्यधिक खिंचाव , चोट और नसों पर दबाव पड़ने से नसें सूज जाती हैं। इस स्थिति में तेजपत्ता , अजवायन और सौंफ से बना यह काढ़ा नसों में होने वाली सूजन को कम करता है। इसके अलावा दालचीनी, लौंग और तेजपत्ते को पीसकर उसके लेप को लगाने से दर्द भी कम होता है।
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