दिल्ली: बीसीसीआई सचिव अमिताभ चौधरी ने सीओए सदस्य विनोद राय और डायना एडुल्जी पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि एक लोकतांत्रिक संगठन में सारे अधिकार केवल दो ही व्यक्तियों के हाथ में कैसे हो सकते हैं.
आपको बतया दें की सीओए और बीसीसीआई पदाधिकारियों के बीच मतभेद काफी लंबे समय से चले आ रहे हैं सीओए नीतिगत फैसलेों में बीसीसीआई पदाधिकारियों को शामिल नहीं करना चाहता. ताजा मतभेद की जड़ 22 जून को होने वाली एसजीएम है. BCCI सचिव ने सीओए को लिखे पत्र में कहा ,‘‘ प्रक्रिया लोकतांत्रिक होनी चाहिये. निर्णय सिर्फ दो व्यक्ति ही नहीं ले सकते जो बीसीसीआई में भी नहीं है. सीओए या पदाधिकारी नीतिगत फैसले नहीं ले सकते हैं"
सीओए ने निर्देश जारी किये हैं कि अधिकारियों के कोई बिल टीए , डीए या हवाई किराया पास नहीं किये जायें. बता दें की सीओए ने निर्देश देकर स्पष्ट किया था कि इसके लिए सदस्यों को कोई वित्तीय खर्च यात्रा भत्ता महंगाई भत्ता नहीं दिया जाएगा क्योंकि बैठक के लिए पूर्व में स्वीकृति नहीं ली गई. इसके जवाब में कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने इसके जवाब में सीओए पर आरोप लगाया था कि वे गैरपारदर्शी तरीके से बीसीसीआई का संचालन कर रहे है और यही कारण है कि वे एसजीएम को रोकना चाहते हैं.
न्यूजीलैंड की टीम ने बनाए रिकॉर्ड 490 रन
राशिद का जलवा बरक़रार रैंकिंग में शीर्ष पर
विराट ने कराया दाढ़ी का बीमा, इस खिलाड़ी ने दी जानकारी