नई दिल्ली: BCCI ने 14 वर्ष में पहली दफा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को बीच सीजन में रोकने का निर्णय लिया. कोरोना महामारी की स्थिति के बीच खेले जा रहे टूर्नामेंट के बायो-सुरक्षित बबल में भी संक्रमण के केस सामने आने के बाद भारतीय बोर्ड को IPL 2021 सीजन को बीच में ही रोकना पड़ा. टूर्नामेंट को रोके जाने तक 60 में से 29 मुकाबले खेले जा चुके थे. यानी करीब आधा सीजन खेला जा चुका था. ऐसे में यदि BCCI इस साल टूर्नामेंट को पूरा करने में नाकाम होता है, तो उसे अपनी कुल कमाई का आधे से अधिक का नुकसान झेलना पड़ेगा.
BCCI चीफ सौरव गांगुली ने इस बारे में जानकारी देते हुए अंदाजा लगाया है कि लगभग ढाई हजार करोड रुपये की कमाई BCCI के हाथों से निकल जाएगी. 2008 में लीग की शुरुआत के बाद से ही IPL, भारतीय बोर्ड के लिए कमाई का सबसे बड़ा जरिया बना हुआ है. बोर्ड को प्रति वर्ष इससे हजारों करोड़ों की कमाई होती है. गत वर्ष कोरोना महामारी के कारण टूर्नामेंट को संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित करना पड़ा था. उस समय टाइटल स्पॉन्सर वीवो के हटने से BCCI को कुछ नुकसान हुआ था. फिर भी उस सीजन में बोर्ड को लगभग 4 हजार करोड़ की कमाई हुई थी. अब इस साल वीवो के वापस आने और कई अन्य स्पॉन्सरों के जुड़ने से कमाई में वृद्धि की उम्मीद थी.
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने लीग के निलंबन के बाद पहली बार इस मामले पर बात की. लीग के स्थगित किए जाने पर इसके वित्तीय पहलू पर बात करते हुए गांगुली ने बताया कि बोर्ड को लगभग ढाई हजार करोड़ तक की कमाई गंवानी पड़ सकती है.
सुरेश रैना को पड़ी ऑक्सीजन सिलिंडर की जरुरत, CM योगी से मांगी मदद, फिर मसीहा बनकर आगे आए सोनू सूद
राजस्थान के पूर्व लेग स्पिनर विवेक यादव का कोरोना के कारण हुआ निधन
यूँ ही नहीं हैं 'धोनी' का इतना सम्मान, फिर साबित किया क्यों कहलाते हैं 'कप्तानों के कप्तान'