मुंबईः भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई ने डोपिंग जांच के लिए अपनी स्वीकृति दे दी है। बीसीसीआई ने इसके लिए राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (NADA)के दायरे में आने के लिए तैयार हो गयी है। इस आशय की जानकारी स्वयं खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने शुक्रवार को दी। खेल सचिव जुलानिया ने कहा कि अब से सभी क्रिकेटरों की टस्ट नाडा करेगी। उन्होंने आगे कहा कि बीसीसीआई ने डोप टेस्ट किट्स की गुणवत्ता, पैथालॉजिस्ट की काबिलियत और नमूने इकट्ठे करने की प्रकिया का मुद्दा रखा।
हमने उन्हें पूरा भरोसा दिलाया है कि उनकी जरुरत के हिसाब से ही सुविधाएं दी जाएंग। साथ ही यह भी बताया कि इसके लिए शुल्क लगेगा। बोर्ड के सीईओ राहुल जोहरी ने भी इसकी पु्ष्टी करते हुए कहा कि अब बीसीसीआई नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के दायरे में आएगी। साथ ही नाडा के जो भी नियम है उन सभी का पालन करेंगे।
डोप उन पदार्थों को कहा जाता है जिसे लेने के बाद खिलाड़ी का स्टैमिना एकदम से बढ़ जाता है। कोई भी खिलाड़ी लिक्विड फॉर्म में इंजेक्शन के जरिए या फिर पाउडर खाकर, पानी में घोलकर पदार्थ को ले सकता है। खाने पीने की चीज में मिलाकर भी इसे लिया जाता है। गौरतलब है कि बीसीसीआई अपने आप को एक स्वायत्त संस्था का हवाला देकर नाडा के अंदर आने से इनकार करता रहा है। मगर खेल मंत्रालय के कड़े रूख के बाद बोर्ड को अपने रूख में बदलाव लाना पड़ा।
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