मेलबर्न: आइसीसी के अनुसार, डे-नाइट टेस्ट मैच के आयोजन में ‘मेहमान बोर्ड की सहमति’ होना जरूरी है. बीसीसीआइ के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने सीए को पत्र लिखकर कहा था कि भारत अभी गुलाबी गेंद से मैच खेलने के लिए तैयार नहीं है और वह एडिलेड टेस्ट को परंपरागत लाल गेंद से खेलने के लिए प्राथमिकता देगा. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की है कि इस साल के अंत में भारत के खिलाफ एडिलेड में होने वाला टेस्ट मैच डे-नाइट नहीं होगा, क्योंकि बीसीसीआइ गुलाबी गेंद से खेलने के लिए तैयार नहीं है.
सीए के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम इसकी पुष्टि करते हैं कि हमें भारतीय बोर्ड ने बताया है कि वह इन गर्मियों में एडिलेड में प्रस्तावित डे-नाइट टेस्ट मैच में खेलने के लिए तैयार नहीं है. हम जानते हैं कि इससे एडिलेड के कुछ प्रशंसक निराश हो सकते हैं. हमें पता है कि एडिलेड टेस्ट कितना लोकप्रिय है और हम दिसंबर में भारत की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं.
हम टेस्ट क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए गर्मियों में कम से कम एक डे-नाइट टेस्ट की मेजबानी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम श्रीलंका के खिलाफ जनवरी में गाबा में डे-नाइट टेस्ट मैच के आयोजन को लेकर उत्साहित हैं.’ ऑस्ट्रेलिया ने अब तक अपनी सरजमीं पर चार डे-नाइट टेस्ट मैच खेले हैं और उन सभी में उसे जीत मिली है. इनमें ऐतिहासिक पहला डे-नाइट टेस्ट मैच भी शामिल है जो उसने एडिलेड में 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था.
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