नई दिल्ली : इस बात पर हम ज्यादा ध्यान नहीं देते है लेकिन यह सच है की मोबाइल के साथ मिले चार्जर के अलावा किसी अन्य स्मार्टफान से फ़ोन चार्ज करने पर मोबाइल ख़राब हो सकता है. आपको बता दे की कई बार ऐसा होता है की ओरिजिनल चार्जर ख़राब होने या खो जाने पर हम बाजार से दूसरा चार्जर खरीद लेते है. जबकि यह ओरिजिनल नहीं होता है नकली होता है और मोबाइल लिए दी जाने वाली जरुरत के मुताबिक नहीं होता है ऐसे में यह मोबाइल को ख़राब करता है.
ब्रिटेन में एक परीक्षण में 8 देशों से लगभग 400 चार्जर को ऑर्डर करके मंगवाया, इस परीक्षण में पाया कि ऑनलाइन आने वाले चार्जरों में से लगभग 99 प्रतिशत चार्जर लोकल हैं और वो फोन को चार्ज करने के मानकों में सही नहीं हैं. सेफ्टी टेस्ट में भी सारे चार्जर फेल हो चुके हैं और इन चार्जरों को मात्र तीन इलेक्ट्रिक फ्लक्चुएशन में भी खराब होते देखा गया.
एप्पल ने भी ऐसा ही परीक्षण किया और अमेज़न से एप्पल फोन के लिए बेचे जा रहे चार्जर को खरीदा और टेस्ट किया तो पता चला कि सभी चार्जर (लगभग 90 प्रतिशत) नकली थे और फोन को सही से चार्ज करने में अक्षम थे. आपको मोबाइल के चार्जर को ओरिजिनल मनको के हिसाब से देखकर ही खरीदना चाहिए ताकि आपके फोन की सुरक्षा बनी रहें और वो अच्छे से चल पाएं. साथ ही उसके फटने आदि का डर भी न रहें.
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