हमारी त्वचा पोर्स के माध्यम से सांस लेती है और पोर्स के बंद हो जाने पर न केवल त्वचा को सांस लेने में रुकावट आती है बल्कि पसीने के रूप में निकलने वाले विकार भी रुककर पनपने लगते हैं. ऐसे ही ठंड में त्वचा का रूखापन काफी परेशान करता है. इसे ड्राई स्किन की समस्या कहते हैं. रूखी त्वचा पर हम बार-बार कोल्ड क्रीम लगाते हैं, फिर भी राहत नहीं मिल पाती. आइए जानते हैं स्किन से जुड़ी समस्या और उनके समाधान.
सबसे पहले त्वचा संबंधी कोई रोग हो जाने पर सभी प्रकार के नहाने के साबुनों और बाहरी तेलों के प्रयोग को बंद कर दें. इसके स्थान पर आपको नहाते समय गीले तौलिये से त्वचा को धीरे-धीरे रगडऩा चाहिए. इस उपाय को करने से पोर्स खुलने के साथ-साथ शरीर की मसाज के रूप में अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है.
वैसे तो गीले तौलिये से रगडऩे से ही त्वचा की सफाई अच्छी तरह से हो जाती है, फिर भी अगर आपको लगे कि त्वचा अच्छी तरह साफ नहीं हुई है, तो सप्ताह में एक बार किसी हर्बल साबुन का उपयोग किया जा सकता है.
इसके अलावा अगर आपकी समस्या बहुत पुरानी है, तो उसे जल्द ठीक करने के लिए उस स्थान पर गीली मिट्टी का लेप करना चाहिए. ऐसी मिट्टी पूरी तरह साफ की हुई होनी चाहिए. इस मामले में चिकनी मिट्टी और पीली मिट्टी सबसे अच्छी होती है या आप बाजार में हर जगह उपलब्ध मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिगोकर उसका उपयोग कर सकते हैं. मुल्तानी मिट्टी त्वचा से गंदगी साफ करने के लिए बहुत कारगर है और इसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. यह त्वचा रोगों में राहत प्रदान करने और त्वचा को मुलायम रखने में बहुत सहायक है.
लड़के इन टिप्स से बनाएं खुद को हैंडसम
अब घर पर बने हेयर पैक से होंगे सिल्की और शाइनी बाल
सर्दियों में कर रहे हैं हेयर ड्रायर का इस्तेमाल, तो रखें ये सावधानियां