नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के संसद में आने के बाद से लोकसभा में चर्चा का स्तर गिर गया है। रिजिजू का मानना है कि कांग्रेस के पास ऐसे नेता नहीं हैं जो प्रभावी और तार्किक चर्चा कर सकें, और जो लोग सचमुच सार्थक चर्चा करना चाहते हैं, वे राहुल गांधी से डरते हैं, पता नहीं वे क्या-क्या कहने लगें।
रिजिजू ने दावा किया कि कई वरिष्ठ कांग्रेस सांसदों ने उन्हें बताया है कि वे बहस और चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन राहुल गांधी नहीं चाहते, क्योंकि वह खुद चर्चा में कमजोर हैं और बाहरी गैर सरकारी संगठनों से मिले पर्चों को पढ़ते हैं। उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें दलितों, आदिवासियों और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। क्योंकि, उनकी ही पार्टी ने 370 लगाकर कश्मीर में दलितों से वोटिंग और नौकरी-आरक्षण का अधिकार छीना था।
वहीं, वक्फ (संशोधन) विधेयक के बारे में पूछे जाने पर रिजिजू ने कहा कि यह विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पारित किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विधेयक का विरोध राजनीतिक कारणों से किया जा रहा है, जबकि कई मुस्लिम प्रतिनिधियों ने उन्हें समर्थन व्यक्त किया है। इस विधेयक में 1995 के वक्फ अधिनियम में बदलाव का प्रस्ताव है, जिसका उद्देश्य वक्फ बोर्डों में मुस्लिम महिलाओं और गैर-मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है।
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