आधुनिक समय में किसी भी चीज के इतिहास में झांकने का आइना गूगल बन गया है जहां चित्र भले ही धुंधले दिखाई दे या भिन्न शक्लों में दिखाई दें लेकिन कुछ न कुछ जानकारी इस सर्च ईंजन से मिल ही जाती है.
वर्तमान में जिस प्रकार मदर्स डे मनाया जाता है यानि मई माह के दूसरे रविवार के दिन तो इसका इतिहास बताता है कि यह मदर्स डे को उत्सव के रूप में मनाए जाने का श्रेय एक अमेरिकन महिला एना जार्विस को जाता है जो कि अमेरिकन सिविल वार के दौरान एक शांति कार्यकर्ता थी और दोनों तरफ के ज़ख्मी सैनिकों की देखभाल करती थी. एना मानती थी कि एक मां आपके लिए जो करती है वह दुनिया में और कोई भी नहीं कर सकता.
जानकारी के लिए बता दें कि इसी कारण उन्होंने मदर्स डे को एक उत्सव के रूप में मनाये जाने की मुहिम छेड़ी. 1908 में उन्होंने ग्रेफ्टन, वेस्ट वर्जीनिया की सेंट एंड्रूय मेथडिस्ट चर्च में अपनी मां की याद में एक सभा का आयोजन किया और दुनिया की समस्त माताओं का सम्मान किये जाने की अपील करते हुए इस दिन अवकाश घोषित करने का प्रस्ताव रखा. कई उतार-चढ़ावों और संघर्षों के बाद अमेरिका में स्थानीय स्तर पर तो यह लगभग इस दिन अवकाश घोषित हो चुका था. लेकिन इसकी आधिकारिक रूप से शुरूआत 8 मई 1914 अमेरिकी राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन द्वारा मदर्स डे को मई माह के दूसरे रविवार को माताओं के सम्मान में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने के पश्चात हुई.
Vizag Gas Leak: मृतकों के परिजनों को मिलेगा एक-एक करोड़ रुपए मुआवज़ा
सीएम योगी की समीक्षा बैठक, यूपी के शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी
MP में अब सुबह 6 से रात के 12 बजे तक खुलेंगी दुकानें, सीएम शिवराज ने किया ऐलान