सूनामी नाम सुन कर ही डर लगता है ,शायद ही कोई होगा जिसे डर न लगता हो। क्या आपने कभी सुना है बियर की सूनामी , लेकिन अगर ये सुनामी बीयर की हो तो पीने वालो के तो मज़े आ गए ।
अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो गलत है आप ? ये कोई कहानी नही बल्कि हकीकत है की , लन्दन में 17 अक्टूबर 1814 में एक ऐसा हादसा हुआ जो आपकी इस सोच को बदल देगा ।
इस दिन लन्दन की सड़कों पर देखते ही देखते 15 फीट उंची लहरे आ गई थी। लोग ये देख कर हैरान हो गए की आखिर सड़कों पर पानी के जगह बियर कैसे बह रही है ।
एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लंदन की सड़कों पर 14,70,000 लीटर बीयर बह रही थी । सूनामी लहरों के पीछे वैसे तो कई कारण होते हैं लेकिन सबसे ज्यादा असरदार कारण भूकंप इसके अलावा ज़मीन धंसने, ज्वालामुखी फटने है ।
पर ये वो सूनामी नही ,ये सूनामी एक बीयर फैक्ट्री में हुए हादसे के बाद का परिणाम था । इस सुनामी में आठ लोगों की मौत हुई और बहुत से घर पूरी तरह से तबाह हो गए।
बियर टैंक की जंजीर टूटने की वजह से करीब 3500 बैरल गर्म फैक्ट्री की दीवार तोड़कर बाहर निकलने लगी। इसी दौरान फैक्ट्री में मौजूद दूसरी टैंक में जोरदार धमाका हुआ । 3,20,000 गैलन से अधिक बियर लंदन की सड़कों बह रही थी।